दादरी जिले के सबसे बड़े सामान्य सरकारी अस्पताल में चिकित्सकों के आधे से भी ज्यादों पदों के रिक्त होने पर किस कदर मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है इसका नजारा इस अस्पताल में आने वाले मरीजों की खासी भीड़ को देखकर लगाया जा सकता है। अल्ट्रासाउंड मशीन कंडम होने के बाद से बंद कमरे में धूल फांक रही है, मरीजों को बाजारों में चक्कर काटने पड़ रहे हैं। खासकर गर्भवती महिलाओं को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं मरीजों को बाजार से अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ता है। यहां के लडख़ड़ाई स्वास्थ्य सेवाएं देखकर स्वास्थ्य विभाग के दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि तत्कालीन भूपेंद्र हुड्डा की सरकार में सहकारिता मंत्री रहते हुए सतपाल सांगवान द्वारा दक्षिण हरियाणा का एकमात्र 100 बैड का आधुनिक अस्पताल बनवाया गया था। एकमात्र जिला सिविल अस्पताल में ना चिकित्सक, ना फार्मासिस्ट और ना ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हैं। खाली पदों के चलते जहां एक खिडक़ी पर ही दवा वितरित की जाती हैं वहीं मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस बारे में स्थानीय लोग काफी समय से सरकार व स्वास्थ्य विभाग से यहां पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों, सहायक कर्मियों की नियुक्तियों की मांग करते रहे हैं लेकिन हालातों में कोई सुधार नहीं हो रहा है। इसके विपरित स्थिति लगातार और भी गंभीर होती जा रही है।