हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने मंगलवार अपने आवास पर लोगों की समस्याओं को सुना और अधिकारियों को कार्रवाई के दिशा-निर्देश दिए। केरल से आए एक सैनिक पिता ने गृह मंत्री विज को शिकायत देते हुए बताया कि एक निजी स्कूल द्वारा उसके बच्चों की पिटाई की गई है, गृह मंत्री ने इस मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।
बीएसएफ में तैनात सैनिक ने गृह मंत्री श्री विज को बताया कि वह केरल के जिला कोलाम का रहने वाला है। अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए उसने अम्बाला के एक निजी स्कूल में अपने दोनों बच्चों का दाखिला करवा दिया था। उसने बताया कि तब स्कूल संचालकों ने दावा किया था कि स्कूल में बच्चों को कोई दिक्कत नहीं होगी और उसने लाखों की राशि जमा भी करवा दी थी। उसने शिकायत देते हुए आरोप लगाया कि उसके बच्चों की स्कूल में पिटाई गई है और स्कूल ने जो वायदे दाखिला देते समय किए थे वह पूरे नहीं किए जा रहे।
विज ने इस मामले में शिक्षा विभाग को कार्रवाई के लिए निर्देश दिए। सैनिक ने इसके लिए गृह मंत्री अनिल विज का आभार व्यक्त किया। इसके अलावा अन्य मामलों पर भी गृह मंत्री ने सुनवाई की।
अम्बाला छावनी से आए युवक ने गृह मंत्री को शिकायत देते हुए कहा कि वह देश का नागरिक है, मगर उसका पासपोर्ट नहीं बनाया जा रहा है। पासपोर्ट कार्यालय वाले उसे देश का नागरिक मानने से इंकार कर रहे हैं जबकि उसके पास आधार कार्ड, राशन कार्ड एवं अन्य दस्तावेज हैं। युवक ने बताया कि उसके पिता भारतीय सेना में थे और इसके बावजूद भी वह पासपोर्ट नहीं बनवा पा रहा है। गृह मंत्री अनिल विज ने इस मामले में रिजनल पासपोर्ट अधिकारी चंडीगढ़ को मामले में जांच के निर्देश दिए।
इसी तरह, विज को अम्बाला छावनी निवासी व्यक्ति ने स्वयं से हुई ठगी मामले की शिकायत दी जिसपर गृह मंत्री ने एसपी अम्बाला को पुन: जांच के निर्देश दिए। शाहबाद निवासी व्यक्ति से स्क्रैप के लेनदेन में हुई दस लाख की ठगी मामले में उन्होंने कुरुक्षेत्र एसपी को जांच के निर्देश दिए। अम्बाला निवासी महिला ने गृह मंत्री से दुराचार मामले में कार्रवाई की मांग की जिसपर एसपी को जांच के निर्देश दिए गए।
वशिष्ठ नगर निवासी संजय ने लाडली पेंशन योजना के तहत लाभ दिलाने बारे, कच्चा बाजार निवासी व्यक्ति ने प्लाट के रकबे का कम कब्जा दिलाने एवं धोखाधड़ी करने बारे शिकायत दी जिसपर गृह मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए। इसी तरह अन्य कई मामले जनसुनवाई के दौरान सामने आए।