December 24, 2025
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हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी कहा कि जगद् गुरु ब्रह्मानंद सरस्वती जी संपूर्ण मानवता के मार्गदर्शक थे। उनका पूरा जीवन मानव सेवा, धर्म, त्याग और राष्ट्र निर्माण को समर्पित रहा। वे ऐसे प्रकाशस्तंभ थे, जिनके ज्ञान की किरणें आज भी हमारे विचारों, हमारी संस्कृति और समाज को दिशा प्रदान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए गांव चुहड़ माजरा का नाम बदलकर ब्रह्मानंद माजरा करने की आधिकारिक घोषणा की। साथ ही उन्होंने कई बड़ी विकास परियोजनाओं की घोषणा कर विकास का पिटारा खोल दिया।

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी मंगलवार को कैथल जिले के गांव चुहड़ माजरा में हरियाणा सरकार द्वारा जगत गुरु ब्रह्मानंद जी जयंती के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष श्री हरविंद्र कल्याण ने की। समारोह में हरियाणा विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. कृष्ण मिड्ढा, कैबिनेट मंत्री श्री रणबीर गंगवा, श्री महीपाल ढांडा, राव नरबीर सिंह, सांसद श्री नवीन जिंदल एवं विधायक श्री सतपाल जांबा सहित, राम कुमार कश्यप, योगेंद्र राणा, भगवानदास कबीरपंथी अन्य विधायकगण व पूर्व मंत्री एवं पूर्व विधायक सहित समाज के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने गांव चुहड़ माजरा में पहुंचने पर सबसे पहले गांव में गुरु ब्रह्मानंद मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की। इसके बाद सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की ओर से गुरु ब्रह्मानंद जी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में अपने संदेश में महान संत स्वामी ब्रह्मानंद जी को नमन करते हुए कहा कि गुरु ब्रह्मानंद जी ने समाज को ज्ञान, भक्ति और समरसता का मार्ग दिखाया था। सादा जीवन उच्च विचार उनके मुख्य संस्कार थे। उनका जन्म वर्ष 1908 में हरियाणा के कैथल जिले के चुहड़ माजरा गांव में एक साधारण रोड परिवार में हुआ। बचपन से ही ईश्वर-भक्ति का गहरा रुझान, अध्यात्म के प्रति जिज्ञासा और परमात्मा की खोज की धुन उन्हें अलग पहचान देती थी। उन्होंने अपना जीवन, कर्म, ज्ञान व तपस्या मानवता के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया। स्वामी जी का आर्य समाज में गहरा विश्वास था। वे एकेश्वरवाद, ओंकार और निराकार ईश्वर की उपासना का संदेश देते थे। उनका कहना था कि ईश्वर सबका है, सबके लिए है और मानवमात्र की सेवा ही सच्ची ईश्वर-भक्ति है। उनका जीवन इस सत्य का ज्वलंत उदाहरण था। जब समाज में शिक्षा, स्वास्थ्य सहित तमाम सुविधाओं का अभाव था और समाज को रूढि़वादिता ने घेरा हुआ था, उस समय में गुरु ब्रह्मानंद जी ने अपनी वाणी, अपनी कलम और अपने कर्म से समाज में जागरूकता की नई अलख जगाई। उन्होंने उस समय में ग्रामीण क्षेत्रों और विशेषकर महिलाओं में शिक्षा प्रसार को अपना ध्येय बनाया। उनका विश्वास था कि गौ सेवा, शिक्षा और समाज सुधार, इन तीन स्तंभों पर ही एक सुखी और सभ्य समाज की नींव टिक सकती है। स्वामी ब्रह्मानन्द जी का जीवन हमें हमारी महान भारतीय संस्कृति, हमारी सभ्यता और हमारे नैतिक मूल्यों की रक्षा और संवर्धन की प्रेरणा देता है। आज के सामाजिक माहौल में स्वामी जी के विचार और भी अधिक प्रासंगिक हो जाते हैं। हमारा दायित्व है कि हम उनके बताए मार्ग पर चलकर समाज में नैतिकता, सामाजिक मूल्यों और आपसी सद्भाव की कडि़यों को मजबूत करें। यह उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी कि हम उनके समाज सुधार, शिक्षा प्रसार और गौ सेवा जैसे पवित्र कार्यों को आगे बढ़ाएं और उन्हें नई ऊंचाइयों तक ले जाएं।

उन्होंने कहा कि गुरु ब्रह्मानन्द जी की शिक्षाओं पर चलते हुए रोड समाज ने मानव सेवा को अपनाया है। रोड समाज एक बहादुर समाज है और इसका वीरतापूर्ण इतिहास है। हरियाणा सरकार ने प्रदेश में संत-महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना चलाई हुई है। इसके तहत संतों और महापुरुषों के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं ताकि आने वाली पीढ़ी उनसे प्रेरित हो और उनके जीवन से मार्गदर्शन प्राप्त कर सके। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे गुरु ब्रह्मानंद जी की शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाते हुए नशे जैसी सामाजिक बुराई से दूर रहें। मोबाइल जैसी तकनीकों का प्रयोग समय बर्बाद करने में करने की बजाए गुरु ब्रह्मानंद जी की शिक्षाओं को आगे बढ़ाने एवं सशक्त राष्ट्र निर्माण की दिशा में करने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है, इस संकल्प को पूरा करने के लिए युवा अहम भूमिका निभाएं। हरियाणा सरकार इस दिशा में लगातार कार्य कर रही है।