महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार को घेरने का काम कर रही है। आज संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कांग्रेसी नेताओं ने केंद्र सरकार को महंगाई के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया! बेलगाम महंगाई पर केंद्र सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने पेट्रोल/ डीजल/घरेलू गैस की लगातार बढ़ती कीमत और खाने-पीने की चीजों के आसमान छू रहे दाम के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के ज़रिए अपना रोष प्रकट किया !
इस प्रेस कांफ्रेंस को कांग्रेस प्रदेश कोषाध्यक्ष अधिवक्ता रोहित जैन , प्रवक्ता वेणु अगरवाल, अशोक जैन , परविंदर परी, सुधीर जैसवाल, हीरा लाल यादव, पवन अग्रवाल, देवेंदर वर्मा, जिला सेवा दल अध्यक्ष कुलदीप सिंह गुल्लू, इशु गोएल ने संबोधित किया I
कांग्रेस के नेता बोले कोरोना के बाद महंगाई भी राष्ट्रीय आपदा साबित हो रही है। जो कोविड से बचेगा वो महंगाई के बोझ से मर जाएगा, केंद्र सरकार की खराब नीतियों की वजह से महंगाई चरम सीमा पर है !
कांग्रेस नेताओं ने कटाक्ष करते हुए कहा की केंद्र की सरकार ने देश के चुनिंदा उच्च व्यावसायिक घरानों की चिंता में डूब कर देश के करोड़ों लोगों को भुखमरी की दहलीज पर पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा की भाजपा ने देश की जनता को मुंगेरी लाल के सपने दिखाकर सत्ता हासिल की है। उन्होंने कहा की कांग्रेस के 70 वर्ष के कार्यकाल में देश में बने आर्थिक अर्जित करने वाले संस्थानों को निजी हाथों में बेच कर देश की आर्थिक व्यवस्था मजबूत करने का दावा करने वाली केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार जनहित के प्रत्येक मुद्दे पर फेल हुई है।
अपनी बात को आंकड़ों के साथ रखते हुए कांग्रेस नेताओं ने बताया की भाजपा-मोदी सरकार की “लूट, डाका और वसूली ” की कहानी इस प्रकार है: –
1. पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि का “दैनिक गुडमॉर्निंग गिफ्ट”: पिछले 16 दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 14 बार वृद्धि हुई है। पेट्रोल और डीजल की कीमत पूरे भारत में लगभग 10/लीटर बढ़ गई है।
10/लीटर की कीमत में वृद्धि से, लोगों पर अतिरिक्त वार्षिक बोझ 27,969 करोड़ हो जाता है। 10/लीटर की कीमत में वृद्धि पर, लोगों पर अतिरिक्त वार्षिक बोझ 72,713 करोड़ रुपये आता है।
अकेले डीजल और पेट्रोल से आम आदमी पर 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का अतिरिक्त बोझ पड़ा है।
जब कांग्रेस-यूपीए सरकार सत्ता में थी, तब पेट्रोल और डीजल क्रमशः 71.41 रुपये और 55.49 रुपये प्रति लीटर पर था, जो अब अम्बाला में बढ़ाकर 106.14 रुपये प्रति लीटर और 97.36 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है।
2014 जब भाजपा ने सत्ता संभाली थी तब पेट्रोल पर इक्साइज़ ड्यूटी 9.20 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 3.46 रुपये प्रति लीटर था। पिछले आठ वर्षों में, भाजपा सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 18.70 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 18.34 रुपये प्रति लीटर अतिरिक्त बढ़ा दिया है। यह डीजल पर उत्पाद शुल्क में 531% और पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 203% की वृद्धि है।