आम आदमी पार्टी हरियाणा का कहना है कि जिस तरह से पंजाब सरकार ने एक कानून बनाकर प्रस्ताव पारित किया है कि पूर्व विधायक जो 1 से अधिक पेंशन ले रहे हैं वे उसे छोड़े। किसी भी विधायक को एक से ज्यादा पेंशन नहीं मिलनी चाहिए, क्योंकि इस पर सरकार का हर माह करोड़ों रुपए खर्च होता है। पंजाब सरकार मैं विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर सभी पूर्व विधायकों की एक से ज्यादा पेंशन बंद कर दी हैं।
यह बात आज आम आदमी पार्टी हरियाणा के प्रभारी एवं दिल्ली से पार्टी के राज्यसभा सांसद डॉक्टर सुशील गुप्ता ने कही। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी हरियाणा सरकार से यह मांग करती है कि वह भी पूर्व विधायकों की एक से ज्यादा पेंशन को बंद करने का प्रस्ताव लाए और सरकार का हर माह खर्च होने वाला लाखों रुपए बचाएं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने इसकी शुरुआत आज से कर दी है।
निर्मल सिंह ने आज स्वयं इसका ऐलान करते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री और स्पीकर को पत्र लिखा है कि वो अपनी चार में से तीन पेंशन छोड़कर सिर्फ एक ही पेंशन लेंगे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने शुरुआत में ही ऐलान कर दिया था कि हम राजनीति करने नहीं, राजनीति बदलने आए हैं और आज उनका कथन सत्य हो रहा है और देश में राजनीति बदल रही। उन्होंने कहा कि हम आम आदमी पार्टी इस क्रांति का हिस्सा है और यह ऐलान करते हैं कि पार्टी का कोई भी नेता कभी भी एक से ज्यादा पेंशन नहीं लेगा।
सांसद डॉ सुशील कुमार गुप्ता ने कहा कि कई कई पेंशन लेने वालों में कांग्रेसी नेता व पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव इस समय ₹2, 38,050, इनेलो प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ₹2,22,525, पूर्व मंत्री प्रोफेसर संपत सिंह ₹2,14,763, पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ₹90, 563 पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ₹1,60,425 पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई ₹, 1, 52, 663, अजय चौटाला 90, 543, बलबीर पाल शाह 2, 07,000, महेंद्र सिंह चट्ठा 1, 52,000, कमल सिंह हिसार 1,2, 613 पेंशन ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह साल 2020 के आंकड़े हैं।