April 19, 2024

हथीन की सीएचसी में तैनात एक 30 वर्षीय स्टाफ नर्स द्वारा मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। परिजनों ने मामले में एक मैडिकल ऑफिसर सहित 5 कर्मचारियों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।

हथीन थाना पुलिस ने मामले में 5 नामजद के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज कर लिया है। वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मृतक के परिजन व सरकारी अस्पताल के कर्मचारी अस्पताल के परिसर में ही धरने पर बैठ गए और जिला पुलिस प्रशासन तथा जिला सिविल सर्जन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।

हथीन डीएसपी रतनदीप बाली ने कहा कि पलवल के गांव काशीपुर निवासी सुभाष ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है कि गांव मोहनपुरा जिला जयपुर निवासी उसका भांजा प्रवेश उसके पास ही गांव में रहता था। जो कि पिछले ढाई सालों से सीएचसी हथीन में स्टाफ नर्स के पद पर तैनात था।

रोजाना की तरह शुक्रवार की शाम 7 बजे घर से वह अपनी ड्यूटी पर चला गया। शिकायत में पीड़ित ने बताया कि उसके भांजे प्रवेश व एम्बुलेंस चालक वीरेंद्र के साथ गत 19 मार्च को एमओ डॉ गजय व कमल ने झगड़ा किया था और उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी थी। जिस संबंध में 21 मार्च को डॉ गजय व कमल के खिलाफ हथीन थाने में शिकायत दी गई थी। जिस पर हथीन थाना पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया था।

शुक्रवार की रात को करीब समय 1:30 बजे प्रवेश के फोन से सीएचसी हथीन के स्टाफ कर्मचारी ने पीड़ित के पास फोन कर उसे बताया कि प्रवेश की तबीयत ज्यादा खराब है। आप पलवल के नागरिक अस्पताल में तुरंत आ जाओ। जिसके बाद पीड़ित केशव अवतार पार्षद व अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पलवल के नागरिक अस्पताल पहुंचा।

तो उन्होंने देखा कि वहां प्रवेश की मृत्यु हो चुकी थी। पीड़ित का कहना है कि उसके भांजे प्रवेश को हथीन की सीएचसी में तैनात गांव सेवली निवासी एमओ डॉक्टर गजय सिंह, गांव किशोरपुर निवासी कमल, सीएचसी में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सोहनपाल, अनिल पहलवान व इलेक्ट्रिशियन साबिर ने बार-बार प्रताड़ित करके आत्महत्या के लिए मजबूर किया है।

 

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