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हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री श्री अनिल विज ने सन् 1857 में देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की याद में बन रहे शहीद स्मारक के 63 मीटर ऊंचे मेमोरियल टॉवर में लगाई गई हाईस्पीड लिफ्ट में बैठ अंतिम 12वें फ्लोर तक पहुंच निरीक्षण किया और लिफ्ट की कार्यप्रणाली को चेक किया।
मेमोरियल टॉवर में हाईस्पीड लिफ्ट लगते ही कैबिनेट मंत्री श्री विज आज लिफ्ट में बैठे और महज 25 सेकेंड में वह ग्राउंड फ्लोर से 12वें फ्लोर पर पहुंच गए। ऊंचाई पर पहुंचते ही मेमोरियल टॉवर में लगाई गई खिड़कियों के माध्यम से उन्होंने पूरी अम्बाला छावनी का मनमोहक दृश्य देखा। गत दिनों ही हाईस्पीड लिफ्ट को लगाया गया था जिसका उन्होंने आज निरीक्षण किया।
मौके पर मौजूद अधिकारियों ने मेमोरियल टॉवर में लगी दोनों लिफ्टों की कार्यप्रणाली के बारे में मंत्री अनिल विज को बताया। उन्होंने बताया टॉवर में दो हाई स्पीड लिफ्ट लगाई गई है जोकि सामान्य लिफ्ट से काफी बेहतर होती हैं। उन्होंने बताया प्रत्येक लिफ्ट में 16 लोगों की क्षमता है और यह लिफ्ट ग्राउंड फ्लोर से सबसे ऊपर अंतिम 12वें फ्लोर तक महज 25 सेकेंड में पहुंचती है।
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने अधिकारियों ने मेमोरियल टॉवर के अंदर सुरक्षा एवं अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि टॉवर के सबसे ऊपरी फ्लोर से समूची अम्बाला छावनी का मनमोहक दृश्य दिखता है और यहां पर आने वाले लोगों को यह काफी पंसद आएगा। इसके उपरांत मंत्री अनिल विज ने टॉवर के 10वं एवं अन्य फ्लोर पर भी निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान पीडब्ल्यूडी इलेक्ट्रिकल एक्सईएन नवीन राठी के अलावा भाजपा नेता विजेंद्र चौहान, संजीव सोनी, बीएस बिंद्रा, हर्ष बिंद्रा, प्रमोद लक्की, रवि बुद्धिराजा सहित अन्य मौजूद रहे।
बता दें कि बीती छह फरवरी को शहीद स्मारक में निरीक्षण के दौरान मंत्री अनिल विज ने मेमोरियल टॉवर में निरीक्षण किया था, मगर टॉवर की लिफ्ट चालू नहीं मिलने पर इसे दस दिनों में चलाने के निर्देश दिए थे।
स्मारक में कमल के फूल व पंखुडियों के आकार वाला मेमोरियल टॉवर आकर्षण का केंद्र
गौरतलब है कि सन् 1857 में देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की याद में बन रहे शहीद स्मारक में मेमोरियल टॉवर बेहद आकर्षण का केंद्र है और यह स्मारक के दिल की तरह है। कमल के फूल व पंखुडियों के आकार वाले 63 मीटर ऊंचे मेमोरियल टॉवर के समक्ष शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए 16 पैनल का एक प्लेटफार्म बनेगा जिसपर क्रांति के मुख्य किरदारों की जानकारी दर्ज होगी।
इसी प्लेटफार्म से टॉवर के आगे निर्मित वॉटर बॉडीज, दो हजार लोगों के बैठने के लिए बनाई गई दर्शक दीर्घा एवं पूरे स्मारक का मनमोहक नजारा दिखाई देता है। मेमोरियल टॉवर में आर्ट गैलरी का भी निर्माण किया जा रहा है। मेमोरियल टॉवर में पिंक रंग की कवर जिंक शीट्स लगाई गई है जोकि विशेष रूप से फ्रांस से मंगवाई गई थी। इस शीट्स की सामान्य शीट्स के मुकाबले उम्र ज्यादा होती है और इनपर किसी मौसम का असर नहीं पड़ता।
शाम के समय शहीद स्मारक का मेमोरियल टॉवर आकर्षण का केंद्र होगा जहां टॉवर पर लाइट एंड साउंड लेजर शो चलेगा। इस शो को मेमोरियल टॉवर के समक्ष दर्शक दीर्घा में बैठे हजारों लोग देख पाएंगे।