अरुण हत्याकांड मामले में फंसी अंबाला शहर के वार्ड नंबर 14 की पार्षदा रूबी सौदा आज पहली बार नगर निगम की मीटिंग में पहुंची , जहां पर उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर कांग्रेस और जन चेतना के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया।
बता दें कि निगम की बजट मीटिंग में पार्षदा रूबी सौदा के पहुंचने को लेकर जहां भाजपा पार्षद उनको मीटिंग में बिठाने के पक्ष में नजर आए तो वहीं कांग्रेस और जन चेतना के पार्षदों द्वारा उन पर कार्रवाई की मांग की गई।
पार्षदा रूबी सौदा की सदस्यता रद्द को लेकर कोई फैसला ना होने पर मेयर शक्ति रानी शर्मा ने निगम की बजट मीटिंग को अगले आदेशों तक रद्द कर दिया। बता दें कि मेयर शक्ति रानी शर्मा पुलिस के रवैये को लेकर भी नाखुश नजर आई।
मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि अरुण हत्याकांड मामले आरोपी रूबी सौदा के निगम मीटिंग में पहुंचने को लेकर उन्होंने अधिकारियों से स्पष्टीकरण माँगा था लेकिन उन्हें इसको लेकर किसी भी तरह का कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। जिसके चलते उन्होंने मीटिंग को रद्द कर दिया है। वहीं उन्होंने पुलिस के रवैये को लेकर भी अपनी नाराजगी जाहिर की।
वहीं निगम मीटिंग रद्द होने और पार्षदा रूबी सौदा के मीटिंग में पहुंचने को लेकर कांग्रेस के पार्षद ने भाजपा पार्षदों पर तीसरी बार निगम की मीटिंग रद्द करवाने के आरोप लगाए। वहीं HDF के पार्षद ने मेयर शक्ति रानी शर्मा पर जवाबदेही से बचने के आरोप लगाते हुए कहा कि आज निगम की मीटिंग को रद्द कर अंबाला शहर की जनता के साथ धोखा किया गया है।
मीटिंग रद्द होने को लेकर भाजपा के मनोनीत पार्षद संदीप सचदेवा ने अंबाला मेयर पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले डेढ़ साल से अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए मेयर ने यह मीटिंग रद्द की है।
निगम की बजट मीटिंग रद्द होने को लेकर अंबाला शहर से भाजपा विधायक असीम गोयल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए मेयर ने यह मीटिंग रद्द की है जोकि काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि किसी को दोषी करार देना यह कोर्ट का काम है लेकिन इस तरह से मीटिंग रद्द करना शहर के विकास के साथ अच्छा नहीं है।