हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का जो संकल्प लिया है, उसके लिए देश के 140 करोड़ लोगों व हरियाणा के लोगों का दायित्व बनता है कि वे सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर संकल्प लेते हुए उनके सपने को साकार करने में आगे बढ़ें। विकसित भारत बनाने में हरियाणा का महान योगदान होगा।
मुख्यमंत्री वीरवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में कुरुक्षेत्र में आयोजित राज्य स्तरीय रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि रन फॉर यूनिटी का हिस्सा बने लोगों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर रन फॉर यूनिटी में स्वयं दौड़ लगाते हुए भारत की एकता और अखंडता को और मजबूत करने का संदेश भी दिया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार वल्लभभाई पटेल बहुआयामी सोच वाले व्यक्तित्व के धनी थे और जन-जन के दिलों में बसते हैं। कुरुक्षेत्र की इस पावन धरा से एकता का संदेश आज पूरे विश्व में जाएगा। रन फॉर यूनिटी का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता और अखंडता को और मजबूत करना है।
आज पूरे भारत में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय एकता दिवस का आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्र की एकता की दौड़ में हरियाणावासी भी आगे आकर भारत की एकता और अखंडता को और मजबूत करने का काम करेंगे।
भारत की एकता और अखंडता को मजबूत करने में सरदार वल्लभभाई पटेल का अहम योगदान
श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि एकता की माला से हम सब जुड़े हुए हैं। हमारा तन मन अलग है लेकिन हम सब एक साथ मिलकर राष्ट्र को मजबूत करने का काम कर रहे हैं। भारत की एकता और अखंडता को मजबूत करने में स्वतंत्रता सेनानी लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का अहम योगदान है। दुनिया के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने 562 रियासतों का बिना किसी भेदभाव व जाति भेद के विलय करवाया है।
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल उच्च कोटि के राजनेता और प्रशासनिक व्यक्ति थे। उनके जीवन से हमें जानने को मिलता है कि उनका जीवन सदैव देश के हित और देश के लोगों समस्याओं के समाधान करने के लिए समर्पित रहा, ताकि आने वाली पीढिय़ां खुली हवा में साँस ले सकें। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई, वहीं आजादी के बाद देश को एक सूत्र में पिरोने का अतुलनीय कार्य भी किया।