आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने हरियाणा के 1 लाख 20 हजार कर्मचारियों की नौकरियों की सुरक्षा पर संकट को लेकर बीजेपी सरकार को घेरा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही प्रदेश के 1.20 लाख कर्मचारियों की नौकरी की सुरक्षा पर संकट आ गया है।
बीजेपी ने हरियाणा के लाखों युवाओं और कर्मचारियों को धोखा देने का काम किया है। क्योंकि बीजेपी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने को लेकर गंभीर नहीं है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के घोषणा मंत्री बन चुके नायब सिंह ने कैबिनेट की बैठक में सरकारी विभागों, बोर्डों, निगमों और संस्थाओं में 5 साल से अधिक समय से कार्यरत 1.20 लाख अस्थायी कर्मचारियों को नौकरी की सुरक्षा देने के लिए अध्यादेश को मंजूरी दी थी लेकिन उससे जुड़े नियम नोटिफाई नहीं किये।
16 अगस्त की शाम को आचार संहिता लागू हो गई इसलिए सरकार अब इस निर्णय को लागू नहीं कर पाएगी। जिससे 1.20 लाख कर्मचारियों की नौकरियों पर सुरक्षा का संकट छा गया।
उन्होंने कहा आम आदमी पार्टी पहले भी कई बार कहती रही है कि सीएम नायब सिंह केवल घोषणा मंत्री बनकर रह गए हैं। क्योंकि चुनाव सिर पर थे और नायब सिंह झूठी घोषणाएं करने में लगे हुए थे।
यदि बीजेपी को कर्मचारियों को पक्का ही करना था तो पहले क्यों नहीं किया। बीजेपी चुनाव के समय में झूठी घोषणाएं करके चुनावी फायदा उठाना चाहती थी। बीजेपी को प्रदेश और प्रदेश के कर्मचारियों से कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में स्वास्थ्य विभाग में 1500, बिजली विभाग में 8000, यूएलबी में 8000, पब्लिक हेल्थ में 3000, एचएसवीपी 5000, शिक्षा विभाग में 5000, गेस्ट टीचर 14000 और अन्य विभागों में 2000 कच्चे कर्माचारी हैं।
अब एक्सटेंशन लेक्सर्च पर भी सुरक्षा की तलवार लटक गई है। इन सरकारों में पिछ्ले 10-15 साल से काम कर रहे कर्मचारी भी आज तक पक्के नहीं हो पाए। क्योंकि इन कर्मचारियों को पक्का करना इन सरकारों की कभी नियत ही रही नहीं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में कुल मंजूर पद 4.5 लाख हैं, रेगुलर कर्मचारी 2.7 लाख हैं, 1.8 लाख पद खाली पड़े हैं, 1.25 लाख कर्मचारी कच्चे हैं और 1.5 लाख कर्मचारी एचकेआरएन में रजिस्टर्ड हैं।
बीजेपी ने पिछ्ले 10 साल राज किया लेकिन कच्चे कर्मचारियों की याद बीजेपी को चुनाव के समय पर आई। बीजेपी ने पूरे 10 साल हरियाणा के लोगों को लूटने का काम किया। अब प्रदेश के कच्चे कर्मचारी ही बीजेपी को वोट की चोट से सबक सिखाने का काम करेंगे।