नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा के निर्देश पर शहर की सड़कों पर भटकते आवारा पशुओं को पकड़ने का अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में चालू मास जुलाई में अब तक करीब 45 छोटे व बड़े पशुओं का पकड़ा जा चुका है। यह जानकारी उप निगम आयुक्त अशोक कुमार ने दी।
उन्होंने बताया कि मुख्य सफाई निरीक्षक सुरेन्द्र चोपड़ा के नेतृत्व में शहर से आवारा पशुओं को पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत सोमवार को शहर के वार्ड नम्बर 20 से 6 पशु पकड़े गए हैं।
इसी प्रकार बीते गुरूवार को सेक्टर-6 ग्रीन बेल्ट, सेक्टर-4 व कर्ण विहार क्षेत्र से 14 पशु, शुक्रवार को सेक्टर-32 से 11 पशु तथा शनिवार को नावल्टी रोड व जुण्डला गेट क्षेत्र से 7 आवारा पशु पकड़े गए थे। उन्होंने बताया कि सभी पशुओं को पशु पालन अस्पताल से टैग लगवाने के पश्चात नगर निगम की फूसगढ़ स्थित गौशाला व नंदीशाला में भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि सड़कों पर आवारा पशुओं के कारण वाहन चालकों को दुर्घटना का भय भी बना रहता है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए समय-समय पर ऐसे पशुओं को पकड़ने का अभियान चलाया जाता है। उन्होंने बताया कि सड़कों व गलियों में भटकती गाय व नंदियों को पकड़कर फूसगढ़ स्थित नगर निगम की गौशाला व नंदीशाला में रखा जाता है।
वहां उन्हें समय पर चारा इत्यादि दिया जाता है। सुबह व सांय, दोनो समय घूमने-फिरने के लिए उनके परिसर में ही मौजूद खाली जगह पर खुले में छोड़ा जाता है। सभी की अच्छे से स्वास्थ्य देखभाल की जा रही है, इसके लिए पशुपालन विभाग से सेवानिवृत्त डॉक्टर की गौशाला में केयर टेकर के रूप में नियुक्ति की हुई है।
उन्होंने बताया कि फूसगढ़ स्थित गौशाला में पशुओं की संख्या ज्यादा हो गई है। सभी गौऊओं व नंदियों का अच्छे से देखभाल किया जा सके, इसके लिए नगर निगम शहर की अन्य गौशालाओं से सम्पर्क कर रहा है, ताकि कुछ पशुओं को वहां भेजा जा सके। इसके लिए नगर निगम की ओर से जल्द ही एक बैठक भी बुलाई जाएगी।
उप निगम आयुक्त ने डेयरी संचालकों व नागरिकों से अपील करते कहा है कि वह उपयोग के बाद अपने पशुओं को सड़कों पर आवारा भटकने के लिए न छोड़ें, इससे शहर की सफाई व यातायात व्यवस्था में बाधा उत्पन्न होती है। उन्होंने बताया कि आवारा पशुओं को पकड़ने का अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा, इसके लिए सफाई शाखा के सभी जोन इंचार्ज को निर्देश दिए गए हैं।