हरियाणा के गृह मंत्री श्री अनिल विज के प्रयासों से सरसेहड़ी व आसपास क्षेत्र के निवासियों को पानी निकासी समस्या से जल्द राहत मिलेगी। गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि सरसेहड़ी में पानी निकासी के लिए स्ट्रॉम वॉटर ड्रेनेज सिस्टम परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है। लगभग 1.12 करोड़ रुपए की इस परियोजना पर जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से जल्द काम भी आगामी दिनों में शुरू किया जाएगा। गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिले यहीं उनका लक्ष्य है।
गृह मंत्री श्री अनिल विज ने बताया कि सरसेहड़ी क्षेत्र के निवासियों को पानी निकासी की समस्या से निजात दिलाने के लिए परियोजना को तैयार किया गया था। फ्लड कंट्रोल मीटिंग में इस परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है। 1.12 करोड़ रुपए की लागत से सरसेहड़ी में 6.25 एमएलडी क्षमता का वॉटर टैंक स्थापित किया जाएगा। इस टैंक में सरसेहड़ी व आसपास क्षेत्र का पानी इकट्ठा होगा जिसके बाद पानी को पाइप लाइन के जरिए टांगरी नदी में फेंका जाएगा। उन्होंने बताया कि सरसेहड़ी क्षेत्र में बरसाती दिनों में पानी निकासी एक प्रमुख समस्या थी और लोगों की इस समस्या का स्थाई तौर पर समाधान हो इसके लिए परियोजना को तैयार किया गया था। इस परियोजना को मंजूरी प्रदान कर दी गई है और जल्द ही इसपर काम आगामी दिनों में शुरू कर दिया जाएगा।
गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि सरसेहड़ी में जोहड़ के पास वॉटर टैंक को स्थापित किया जाएगा। सरसेहड़ी क्षेत्र के पानी की निकासी इस टैंक में होगी, टैंक से आगे टांगरी नदी तक लगभग सवा किलोमीटर लंबी पानी की अंडरग्राउंड पाइप लाइन डाली जाएगी जिससे पानी निकासी होगी। पानी को पाइप लाइन में पम्प करने के लिए पम्पिंग मशीन लगाई जाएगी जोकि 4500 एलपीएम (लीटर प्रति मिनट) से पानी पम्प करेगी और एक घंटे में 2.70 लाख लीटर पानी पम्प किया जा सकेगा। बिजली गुल होने पर भी पानी को पम्प करने में कोई व्यावधान न पड़े, इसके लिए 50केवीए का एक जनरेटर सेट भी लगाया जाएगा।
गौरतलब है कि सरसेहड़ी क्षेत्र में हजारों की संख्या में निवासी रहते हैं और यहां की पानी निकासी केवल पुराने जोहड़ में हो रही थी। जोहड़ में ज्यादा पानी आने की वजह से जलभराव की स्थिति रहती थी और बरसातों में पानी ओवरफ्लो हो जाता था। क्षेत्रवासियों ने इस समस्या का समाधान कराने के लिए गृह मंत्री अनिल विज के समक्ष गुहार लगाई थी और उन्होंने इस मसले को गंभीरता से लेते हुए परियोजना तैयार कर इसे मंजूरी प्रदान करवाई है।