एडिशनल एसपी हिमाद्री कौशिक ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि जिला की एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम द्वारा नशा तस्करी करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है।
एंटी नारकोटिक्स सेल ने एक जगह और छापेमारी कर नशे के लिए प्रयोग होने वाली एक लाख 50 हजार प्रतिबंधित दवाइयां बरामद करने में सफलता हासिल की है।
आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। आरोपी का कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया। आरोपी से गहनता से पूछताछ की जा रही है।
एएसपी हिमाद्री कौशिक ने बताया कि नशा तस्करी करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। दो दिन में लगभग तीन लाख प्रतिबंधित दवाइयों के साथ आरोपियों को पकड़ा जा चुका है।
लगभग 15 लाख रुपये इन दवाइयों की कीमत है। पकड़े गए आरोपी से पूछताछ की जा रही है। सेल के इंचार्ज बलराज सिंह को सूचना मिली थी कि बैंक कालोनी के मोती बाग में किराये के मकान में रह रहे युवक नशे में प्रयोग होने वाली प्रतिबंधित दवाइयों की सप्लाई करते हैं।
इस सूचना पर उप निरीक्षक रामकुमार, सतीश कुमार, एएसआई, ऋषि, मुख्य सिपाही प्रदीप कुमार,योगेश, बीरबल की टीम का गठन किया गया। टीम ने मौके पर जाकर छापेमारी की। किराये के मकान के अंदर से टीम ने 1 लाख 50 हजार 800 प्रतिबंधित नशीली गोलियों व कैप्सूल के साथ हिमांशु गर्ग उर्फ अंकुश निवासी नाहरपुर थाना जठलाना को गिरफ्तार किया।
जिसमें एलप्राजोलम की 76200 गोलियां और ट्रामाडोल के 74600 कैप्सूल है। आरोपी ने सख्ती से पूछताछ के दौरान बताया कि उसके दो साथी साहिल निवासी कालिंदी कॉलोनी व प्रशांत गर्ग निवासी बैंक कॉलोनी भी उसके साथ शामिल हैं। उनको भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरोपी हिमांशु आज कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया जाएगा।
आरोपी से पूछताछ की जा रही है कि वह कहां से इन गोलियों को लेकर आता है। उन्होंने बताया कि बाजार में इन प्रतिबंधित गोलियों और कैप्सूलों की कीमत लगभग आठ लाख रूपये बताई जा रही है। सोमवार को भी एक युवक को 1 लाख 35 हजार प्रतिबंधित नशीली गोलियों सहित गिरफ्तार किया था।