हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने राजस्थान में तैनात सीआईएसएफ जवान के पिता की तोशाम में अंगुली काटने के मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए एसपी भिवानी को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने जांच तोशाम से बाहर किसी अधिकारी से कराने के निर्देश देते हुए पीड़ित परिवार पर हमला करने वालों पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
बुधवार गृह मंत्री अनिल विज अपने आवास पर प्रदेश के कोने-कोने से आए लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे। सीआईएसएफ जवान ने बताया कि जमीनी कब्जे के मामले में गत दिनों उनके पिता पर कुछ लोगों ने हमला बोल दिया था और उनकी एक अंगुली इस दौरान काट दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने केस तो दर्ज किया, लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं होने पर आरोपी अब उसके पिता व परिवार सदस्यों को धमकियां दे रहे हैं।
इसी तरह, नूंह जिले के गांव अकलीमपुर के वर्तमान सरपंच ने पूर्व सरपंच पर मनरेगा के तहत विकास कार्यों में धांधली के आरोप लगाए। आरोप था कि इस मामले में सीएम उड़नदस्ते ने पूर्व सरपंच पर पहले ही धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है, मगर पुलिस पूर्व सरपंच पर मेहरबानी बरत रही है जिस कारण आरोपी की अदालत से जमानत हो चुकी है। गृह मंत्री ने इस मामले में एसआईटी गठित कर मामले की जांच के निर्देश दिए। वहीं, इसी मामले में गांव अकलीमपुर के ही व्यक्ति ने अलग शिकायत देकर आरोप लगाया कि उसने पूर्व सरपंच द्वारा विकास कार्यों में की गई धांधली का आरोप लगाया था जिसके बाद उस पर कुछ लोगों ने हमला किया। गृह मंत्री ने एसपी नूंह को मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए।
महिला की मौत के उपरांत डिपो होल्डर पर सवा साल तक राशन लेने का आरोप
गृह मंत्री अनिल विज को करनाल से आए फरियादी ने शिकायत देते हुए बताया कि सवा साल पहले उसकी पत्नी की मौत हुई थी और तब उसने पत्नी की मृत्यु के दस्तावेज जमा कराकर कार्ड से नाम काटने को कहा था, इसके उपरांत जब सवा साल बाद उसने नया कार्ड बनवाया तो सीएससी सेंटर से उसे पता चला कि डिपो होल्डर सवा साल तक उसकी पत्नी के नाम से राशन लेता रहा, मंत्री ने मामले में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।