यूक्रेन के खार की में फंसी हुई संदल ज्योत जो कि अंबाला के मंडोर में रहती है और कार की मेडिकल यूनिवर्सिटी के तीसरे वर्ष में पढ़ती थी, वह आज सकुशल दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची जहां पर उसके अभिभावकों ने उसे रिसीव किया संदल जोतने घर पहुंचने पर सारे गांव वालों ने उसका स्वागत किया पुष्प मालाओं से गले लग कर ।
संदल ज्योत ने बताया कि वह पहले तो कुछ दिन मेट्रो में रही उसके बाद हालात ज्यादा खराब होने पर उन्होंने बेसमेंट की शरण ली जहां 5 दिन रहने के बाद अपने साथियों के साथ उन्हें एक ट्रेन मिली जिस ट्रेन के जरिए वह लव यू 14 घंटे की ट्रेन की जर्नी जिसने की 20 घंटे लगाए।
संदल ने बताया की उन्होंने खड़े होकर जर्नी की वहां से लवीर से एक बस द्वारा चार से पांच घंटे की यात्रा करके पोलैंड बॉर्डर के नजदीक पहुंचे जहां से तकरीबन 5 किलोमीटर का सफर पैदल तय करने के बाद पोलैंड बॉर्डर के अंदर पहुंचे पोलैंड बॉर्डर के अंदर वहां उनको भारत सरकार द्वारा जो सहायता थी।
घर पहुंचने पर पूरे परिवार ने खुशी के आंसुओं के बीच अपने लाडली का स्वागत किया और केक काट कर उसका स्वागत किया, जिसके बाद परिवार समेत गांव के ही गुरुद्वारे में लड़की के सकुशल वापसी पर अरदास भी की गई।