
उपायुक्त डा0 शालीन ने कहा कि किसानों को सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आगे आना चाहिए ताकि उनका लाभ अंतिम कतार में खड़े किसानों तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जा सके।
किसानों को फसल अवशेषों को न जलाकर उनका उचित प्रबंधन करने की ओर अग्रसर होना चाहिए ताकि जमीन की उर्वरा शक्ति को सहेज कर रखा जा सके व पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सके। सरकार द्वारा सीआरएम स्कीम के अंतर्गत आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 नवम्बर है। उन्होने किसानों को अधिक से अधिक पंजीकरण करवाने का आहवान किया।
इस मौके पर सीआरएम स्कीम के अंतर्गत सम्पूर्ण जिले में विभिन्न स्कूलों में करवाई गई प्रतियोगिताओं में विजेता रहने वाले विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।
मेले में विभिन्न कम्पनियों द्वारा लगभग 40 स्टॉल लगाए गए। इसमें किसानों को आधुनिक तकनीकों, बीजों, यंत्रों व अन्य स्कीमों की जानकारी प्रदान की गई। इन स्टालों का अवलोकन करने के दौरान उपायुक्त ने विभागीय अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं व स्कीमों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें ताकि उनका लाभ अधिकाधिक किसानों को मिल सके।
इस मौके पर विभाग के उप कृषि निदेशक डा0 जसविन्द्र सिंह ने उपायुक्त डा0 शालीन का मेले में पहुंचने पर आभार व्यक्त किया। उन्होने उपायुक्त को आश्वस्त किया कि विभाग उनके दिशा-निर्देशानुसार कार्य करेगा और सरकारी योजनाओं को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा।
इस मेले में कृषि विभाग के अलावा कृषि विज्ञान केन्द्र तेपला व अम्बाला, पशुपालन विभाग, उद्यान विभाग, अनाज मंडी आदि से भी प्रतिनिधियों ने भाग लिया व अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं की जानकारी प्रदान की।
इस मेले में उपमंडल कृषि अधिकारी डा0 सुनील मान, उप कृषि अभियंता डा0 सुनील, डिविजनल मृदा संरक्षण अधिकारी डा0 अंकित, सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी डा0 शेखर कुमार, सहायक मृदा संरक्षण अधिकारी डा0 बलबीर सिंह, सहायक सांख्यिकी अधिकारी मंजीत कौर, डॉयलेट कंपनी के अधिकारी व अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।