कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर 23 से 27 नवंबर 2023 तक ऐतिहासिक श्री कपाल मोचन मेला 2023 के आयोजन हो रहा है। मेला प्रशासक -कम- उपमंडल अधिकारी जसपाल सिंह गिल ने बताया कि मुख्य प्रशासक श्राइन बोर्ड बिलासपुर-कम-उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार के मार्गदर्शन में मेले की तैयारियां जोरों पर है।
कपाल मोचन स्थित विभिन्न धर्मशालाओं के प्रतिनिधिओं की सूरजकुंड पर बैठक में मेले की तैयारियों के मद्देनजर श्री कपाल मोचन मेला क्षेत्र में स्थित सभी धर्मशाला/धार्मिक संस्थानों के प्रतिनिधियों को हिदायत देते हुए उन्होंने कहा की मेला क्षेत्र में स्थित सभी धर्मशाला/धार्मिक संस्थानों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के साथ साथ सभी संस्थानों में रंग-रोगन का कार्य मेला आरम्भ होने से पूर्व करवाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा सभी धर्मशाला एवं धार्मिक संस्थान प्रबंधक अपने-अपने संस्थानों में शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था करना सुनिश्चित करें व सभी धर्मशाला एवं धार्मिक संस्थान प्रबंधक अपने-अपने संस्थानों में कमरे किराये पर देने से पूर्व उनके आधार कार्ड इत्यादि की जांच करें व उनका रिकॉर्ड रजिस्टर में दर्ज करें ताकि असामाजिक/आपराधिक गतिविधि न हो।
संस्थानों में लगने वाले लाउड स्पीकरों की आवाज नियंत्रित रखें ताकि मेला के दौरान प्रशासन द्वारा समय-समय पर श्रद्धालुओं हेतू जारी की जाने वाली सूचनाएं एवं गुमशुदा व्यक्तियों बारे सूचनाएं श्रद्धालुओं तक बिना किसी अवरोध के पहुंच पाएं।
उन्होंने कहा की सभी धर्मशाला एवं धार्मिक संस्थानों में चलने वाले भंडारे में उपयोग होने वाली खाद्य सामग्री की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखा जाए तथा सभी धर्मशाला एवं धार्मिक संस्थानों में नशीले पदार्थों के सेवन पर प्रतिबंध सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा की सभी धर्मशाला एवं धार्मिक संस्थानों द्वारा मेला प्रशासक की ओर से समय-समय पर जारी दी जाने वाली हिदायतों एवं निर्देशों का आवश्यक रूप से पालन किया जाए व मेला में आगजनी के कारण किसी अप्रिय घटना के होने से बचाव हेतु अग्निशमन यंत्र/रेत इत्यादि आवश्यक प्रबंध किए जाए। श्रद्धालुओं के साथ विनम्र व्यवहार रखा जाए व श्रद्धालुओं को उचित दरों पर ही कमरे उपलब्ध करवाए जाएं।
उपमंडल अधिकारी जसपाल सिंह गिल ने बताया कि मेला क्षेत्र में सफाई का कार्य पूरा कर लिया गया है। श्रद्धालुओं को धूल मिट्टी का सामना न करना पड़े इसके लिए सडक़ों पर समय-समय पर पानी का छिडक़ाव किया जाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बिलासपुर से मेला कपाल मोचन तक ई-रिक्शा उपलब्ध रहेगी साथ ही मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अतिरिक्त बसों का प्रबंध किया गया है।
उन्होंने कहा कि श्री कपाल मोचन मेले में देश के विभिन्न राज्यों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां के तीनों पवित्र सरोवरों कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर व सूरजकुंड सरोवर में क्रमवार स्नान करने के लिए आते हैं । कपाल मोचन मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधाएं मिले ऐसे सभी अधिकारियों के प्रयास है। मेले में दवाइयों के प्रबंध, अस्थाई शौचालय, पेयजल के प्रबंध, सडक़ों की मरम्मत, बिजली का प्रबंध, खाद्य सामग्री, दूध की आपूर्ति, बेरिकेटिंग, पुलिस प्रबंध समय पर पूरे कर लिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि ऐतिहासिक कपाल मोचन मेले में विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शन स्टाल लगाए जाएंगे, प्रदर्शनी में राज्य सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी। सूचना जनसंपर्क संस्कृति एवं भाषा विभाग हरियाणा द्वारा प्रदर्शनी स्थल के बीचो बीच सांस्कृतिक मंच बनाया जाएगा व गुमशुदा तलाश केंद्र की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि मेले में आने वाले सभी श्रद्धालु हमारे मेहमान है और हर वर्ष की भांति उनको सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएगी।