November 22, 2024

हरियाणा के सीनियर अधिकारियों को अपने प्रमोशन को लेकर अभी और इंतजार करना पड़ेगा। इसकी वजह यह है कि हरियाणा की ओर से IPS कैडर स्ट्रेंथ बढ़ाने का जो प्रस्ताव हरियाणा की ओर से गया था उसमें केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने कई कमियां बताई हैं।

MHA की ओर से आईपीएस अधिकारियों के कैडर की समीक्षा के लिए संशोधित प्रस्ताव सही प्रोफार्मा में भरकर भेजने को कहा गया है।

हरियाणा ने 11 अगस्त को केंद्र सरकार को IPS अधिकारियों के लिए स्वीकृत पदों की संख्या में वृद्धि किए जाने को लेकर एक प्रस्ताव भेजा था।

सूत्रों का कहना है कि राज्य ने कैडर की संख्या को मौजूदा 144 से बढ़ाकर 167 करने का प्रस्ताव दिया है, जिसमें कैडर पद, एक्स-कैडर पद और ऑफिसर ऑन ट्रेनिंग के पद शामिल हैं।

हरियाणा की ओर से जो प्रस्ताव भेजा गया है उसमें स्टेट कैडर के पदों को मौजूदा 79 से बढ़ाकर लगभग 90 करने का प्रस्ताव है। जबकि DGP के कैडर पदों को मौजूदा दो से बढ़ाकर तीन का प्रपोजल दिया गया है।

इसके अलावा ADGP के पदों की संख्या 6 से आठ किए जाने का प्रस्ताव हरियाणा की ओर से दिया गया है। आईजीपी 18, DIG 15 से 18, और एसपी, डीसीपी और अन्य के 44 पद किए जाने का प्रस्ताव है।

​​​​​​​आईपीएस (कैडर) नियम 1954 के नियम 4 (2) के अनुसार, 1995 में संशोधित, आईपीएस कैडर की ताकत और संरचना की समीक्षा आमतौर पर पांच साल के अंतराल पर की जानी आवश्यक है।

इसलिए, आईपीएस के हरियाणा कैडर की ताकत और संरचना की समीक्षा 2022 में होनी थी। चूंकि इसकी नीयत तारीख के बाद 20 महीने पहले ही बीत चुके हैं, आईपीएस अधिकारी कैडर ताकत समीक्षा के नवीनतम दौर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

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