पुलिस अधीक्षक मोहित हाण्डा के निर्देशानुसार यमुनानगर पुलिस की तरफ से टास्क या इन्वेस्टमेंट के नाम पर होने वाली साइबर ठगी के बारे में नागरिकों को जागरूक करने के लिए साइबर एडवाइजरी जारी की गई है। जिसमें इस प्रकार की साइबर ठगी से बचने के उपाय के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है।
साइबर फ्रॉड की प्रक्रिया के बारे में बताया जा रहा है कि साइबर अपराधी किस प्रकार आपको साइबर ठगी का शिकार बनाते हैं। सबसे पहले आपके वाट्सएप पर विदेशी या स्वदेशी नम्बरों से मैसेज आता है जोकि आपको पार्ट टाइम जॉब देने के नाम पर होता है। उसमे आपको कुछ बडे बडे यूट्यूब चैनल दिये जाते है जिन्हे आपको सब्सक्राइब करके उसका स्क्रीन शाट उन्हे भेजना होता है। जिसके बदले मे वो आपको एक सब्सक्राइब करने का 50 रुपये देते हैं।
आपको शुरूआत मे लगभग 3 सब्सक्राइब का टास्क दिया जाता है और जब आप उन्हे टास्क पूरा करके व्हाट्सएप पर स्क्रीनशॉट भेज देते हैं तो ये आपको बोलते हैं कि यदि आपको पैमेंट लेना है तो वो आपको एक टेलीग्राम की आईडी देते है और बोलते हैं कि इस आईडी पर मैसेज करो, जैसे ही आप टेलीग्राम पर मैसेज करते हो तो वो आपकी बैंक डिटेल मांगते हैं। उसके बाद आपके खाते मे 150 रुपये आ जाते है।
उसके बाद ये आपको टेलीग्राम पर एक ग्रुप का लिंक भेजते हैं कि आप इस ग्रुप मे एड हो जाओ हम आपको इस ग्रुप मे हर आधे घंटे मे इसी प्रकार का लिंक देंगे आपको उसे सब्सक्राइब करके उसका स्क्रीनशॉट वापिस उसी ग्रुप मे भेजना है। उसके बाद आपके कुछ पैसे प्राप्त होते है। फिर आपके पास उसी ग्रुप के एडमिन द्वारा मैसेज आता है कि यदि आप अपने पैसों को ओर भी ज्यादा बढाना चाहते है तो आप और पैस इन्वेस्ट करें व इस ग्रुप मे कुछ लोग फर्जी मैसेज भी करते हैं कि मैने इसके माध्यम से बहुत सारे पैसे कमा लिए हैं जिससे व्यक्ति को लालच आ जाता है और आप इसमें और पैसे इन्वेस्ट करने शुरू कर देते हैं।
उसके बाद जैसे जैसे आप पैसे डालते जाते हैं तो आपको वो एक फर्जी वेबसाइट पर ले जाते है, जहां आपको आपके पैसे एक वर्चुअल खाते मे दिखाई तो देते है पर आप जब उन्हे निकालने की कोशिश करते हैं तो आपको बोला जाता है कि दूसरे राउंड मे पैसे लगाने के बाद ही अपने पहले वाले पैसे निकाल सकते हैं, दूसरे के बाद तीसरा और तीसरे के बाद चौथा राउंड। इस तरह आपके पैसे फंस जाते हैं व आप टास्क फ्राड का शिकार हो जाते हैं।