November 23, 2024
बाल अवस्था से ही बच्चों को नशे के प्रति जागरूक करना होगा। जनचेतना लाकर ही समाज में नशा जैसी बुराई को पूरी तरह खत्म किया जा सकता है।
शिक्षण संस्थाओं से कुछ बच्चों को चुनकर उन्हें नशे के दुष्परिणामों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि वे बच्चे अपने संस्थान में दूसरे बच्चों को भी जागरूक कर सकें।
नशे को लेकर सरकार और प्रशासन  काफी गंभीर है और इस मामले को लेकर हर स्तर पर कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। नशा युवाओं को अपनी ग्रस्त में ले सकता है। ऐसे में बाल अवस्था में ही बच्चों को नशे के गलत प्रभावों को लेकर जागरूक कर दिया जाए तो क्षेत्र से नशे को पूरी तरह समाप्त किया जा सकता है।
नशा भरे पूरे परिवार को भी खत्म कर देता है। बच्चों को नशे से बचाने के लिए स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों के बदलते व्यवहार की ओर विशेष ध्यान दिया जाए। बच्चे स्कूल में ज्यादा समय बिताते हैं।
ऐसे में स्कूल परिसर में बच्चों की के बदलते व्यवहार पर ज्यादा नजर रखी जा सकती है। व्यवहार में बदलाव के कारण बच्चे नशे की ओर आकर्षित हो सकते हैं।
टोल फ्री नंबर पर दी जा सकती सूचना
नशे की रोकथाम को लेकर हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के 9050891508 टोल फ्री नंबर जारी किया गया हैं। जिला भर में अगर कोई भी व्यक्ति नशीले पदार्थों की तस्करी करता हो तो उसकी सूचना इस नम्बर पर दी जा सकती है।
इस नंबर पर सूचना देने वालों की पहचान भी गुप्त रखी जाएगी। नशे की प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन बेहद सजगता के साथ कार्य कर रहा है।

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