भारी बारिश के चलते महाराष्ट्र के रायगढ़ में बुधवार रात चट्टान खिसकने से 48 घर तबाह हो गए। हादसे में 10 लोगों की मौत हुई है, जबकि 75 लोगों का रेस्क्यू किया गया। 120 से ज्यादा लोग अभी मलबे में दबे हैं।
इर्शालवाड़ी गांव में इन लोगों को रेस्क्यू करने के लिए NDRF की टीमें मौके पर तैनात है। मदद व पुनर्वासन मंत्री अनिल पाटिल ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो जख्मी लोगों को एयरलिफ्ट कराया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि मृतकों के परिवार को महाराष्ट्र सरकार की तरफ से 5 लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी। साथ ही घायलों के इलाज का खर्च भी सरकार उठाएगी।
राज्य के 4 जिलों में इन दिनों बाढ़ जैसे हालात हैं। रायगढ़ जिले में 6 में से 3 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इनमें अंबा, सावित्री और पातालगंगा शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कुंडलिका, गढ़ी और उल्हास नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। बाढ़ जैसे हालात के बीच राज्य में NDRF की 12 टीमें तैनात की गई हैं।