पिछले दिनों अंबाला में बरसाती के जरिए आई प्राकृतिक आपदा से नागरिकों को भारी नुकसान हुआ जिसके चलते आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व कोषाध्यक्ष रोहित जैन की अध्यक्षता में कांग्रेसी कार्यकर्त्ताओं ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में रोहित जैन ने कहा कि इस आपदा में दस से ज्यादा नागरिकों की जान चली गई। किसानों की लाखों एकड़ फसल पानी में बह गई। काफी संख्या में गाँव व रिहायशी कॉलोनियां पानी में डूब गई। सभी जगह बरसाती पानी ने खूब तबाही मचाई। फसलों के साथ पशु पानी में बह गए। लोगों के घरेलू सामान को भारी नुकसान हुआ।
साथ ही हजारों लोगों के घरों में बरसाती पानी की वजह से दरारें आ गई। उन्होंने कहा कि पानी की वजह से अभी तक कई गांवों व रिहायशी कॉलोनियों में बिजली-पानी की व्यवस्था सुचारु नहीं हो पाई। बरसात से सहमे लोग अभी तक या तो दूसरी जगह पलायन कर या फिर अपने घरों की छतों पर जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैं।
तुरंत प्रभाव शुरू हो फोगिंग व चिकित्सा शिविर लगे:
उन्होंने कहा कि आपदा से प्रभावित गांव व रिहायशी कॉलोनियों से बेशक बरसाती पानी का स्तर कम हो गया हो लेकिन अब यहां गंदगी का आलम। कीचड़ व उससे उत्पन बदबू से कॉलोनियों में निकलना दूभर हो रहा है। गंदगी की वजह से अब लोग कई तरह की बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। मलेरिया, पीलिया, डेंगू व त्वचा रोग अब लोगों के जीवन पर हावी हो रहे हैं।
ऐसे में प्रशासन को हर गांव व रिहायशी बस्ती में चिकित्सा शिविर लगाकर पीड़ित लोगों को दवाएं व जरुरी उपचार उपलब्ध करवाना चाहिए। साथ ही बीमारियों को रोकने के लिए हर कॉलोनी व गांव में फोगिंग के साथ दूसरी दवाओं का छिड़काव होना चाहिए। जलस्तर घटने के बावजूद अभी तक युद्धस्तर पर गांवों व कॉलोनियों में सफाई अभियान शुरू नहीं हो पाया।
साफ़ पीने के पानी की हो सप्लाई
कई जगह अभी तक घरों व कॉलोनियों में पानी भरा हुआ है। ऐसे में प्रशासन को इन कॉलोनियों में बड़े स्तर पर राहत व बचाव कार्य चलाने की जरुरत है। बिजली-पानी के संकट से बरसाती पानी की मार झेलने वाले लोगों में त्राही त्राही मची हुई है। अभी तक ज्यादातर कॉलोनियों व गांवों में पीने का गंदा पानी सप्लाई किया जा रहा है। इससे पेट व त्वचा संबंधी बीमारियां फैलने का भारी खतरा है। राहत न मिलने की वजह से लोगों को हाइवे जाम करने पड़ रहे हैं।