पंजाब के विभिन्न जिलों में शनिवार रात से बारिश का दूसरा दौर शुरू हो गया। बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे लोगों को फिर चिंता सताने लगी है। होशियारपुर के दसूहा में सबसे अधिक 72 एमएम हुई है।
किसानों की हजारों एकड़ फसल पानी में डूब गई है। सभी चो उफान पर हैं। पौंग बांध से रविवार शाम 6 बजे को ब्यास दरिया में 22300 क्यूसिक पानी छोड़ दिया गया।
पंजाब में बाढ़ से 1414 गांव और हरियाणा में 1298 गांव प्रभावित हुए हैं। लगभग 5.50 लाख एकड़ से ज्यादा फसल पानी में खराब हो गई है।
ब्यास से सटे तलवाड़ा, मुकेरियां, दसूहा, टांडा में हाई अलर्ट जारी किया गया। लुधियाना, पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, फरीदकोट, बठिंडा और फिरोजपुर में बारिश हुई।
मानसा जिले में चांदपुरा बांध की मरम्मत के लिए सेना ने मोर्चा संभाला है। सरकार ने सोमवार से सभी स्कूल खोलने का आदेश जारी कर दिया है।
हरियाणा के बाढ़ग्रस्त 12 जिलों में से 10 जिलों में नदियों, नहरों, नालों का जलस्तर कम हो रहा है। पलवल में 24 घंटे में यमुना का जलस्तर 2 फीट घटा है। अभी घग्गर नदी दो जिलों में लगातार कहर बरपा रही है।
सिरसा में शनिवार रात मीरपुर व सहारणी के पास नदी का तटबंध 3 जगह टूट गया। इससे 16 और गांवों की 5 हजार एकड़ फसल में पानी फैल गया।
48 घंटे में नदी का तटबंध 6 जगह टूट चुका है। इससे कुल 24 गांवों की 8 हजार एकड़ से ज्यादा फसल डूब चुकी है। कई गांवों में से लोगों ने पलायन भी शुरू कर दिया है।