हरियाणा में संयुक्त पात्रता परीक्षा (CET) भर्ती में दिव्यांग प्रमाण पत्र के नाम पर फर्जीवाड़ा रोकने के लिए हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (HSSC) ने फुल प्रूफ प्लान तैयार किया है।
आयोग दिव्यांगों के प्रमाण पत्रों की री-असेसमेंट कराएगा।
यदि दिव्यांग प्रमाण पत्र में कोई कमी छोड़ दी जाती है तो उसकी अपील पंचकूला मुख्यालय में की जाएगी, जिसमें 3 डॉक्टरों का पैनल उसका री-असेसमेंट करेगा।
प्रदेश में CET के माध्यम से होने वाली ग्रुप-सी और ग्रुप-डी की भर्ती में दिव्यांगों को पूरा कोटा मिलेगा।
आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी ने बताया कि सरकार का प्रयास है, दिव्यांगों को उनके अधिकारों से वंचित नहीं रहने दिया जाए।
प्रदेश सरकार दिव्यांगों को नौकरी में उनका बैकलॉग प्रदान कर रही है, जिससे उनको वर्षों से वंचित रखा गया।
आयोग CET का विस्तृत रिजल्ट री कर चुका है। इसमें कुछ अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिन्होंने आर्थिक सामाजिक आधार के अंक वापस लिए थे, लेकिन इन्हें फिर से रिजल्ट में जोड़ा गया है।
आयोग अब इन गलतियों को सुधारने का मौका देगा। ग्रुप-सी के 32 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है।
इनमें एक्स सर्विसमैन और EWS श्रेणी में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को सामान्य श्रेणी में दिखाया गया है, जबकि आर्थिक सामाजिक आधार के अंक छोड़ने वाले कुछ अभ्यर्थियों के रिजल्ट में अंकों को जोड़ा गया है।