NCP में बगावत के बीच शरद पवार सोमवार को गुरु पूर्णिमा के दिन सतारा के कराड में अपने गुरु पूर्व सीएम यशवंत राव चाव्हाण की समाधि पर पहुंचे और श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि भाजपा देशभर में चुनी हुई सरकारों को गिरा रही है। महाराष्ट्र में भी ऐसा ही हुआ है। महाराष्ट्र की जनता को एकजुट होकर अपनी ताकत दिखानी होगी।
उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र में जातिवाद की राजनीति नहीं चलेगी। बड़ों के आशीर्वाद के साथ हम नई शुरुआत करेंगे। हमने 5 जुलाई को पार्टी के सभी नेताओं की मीटिंग बुलाई है।’
इस दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद थे। इसे शरद पवार का शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा जा रहा है।
अजित पवार और 8 अन्य विधायकों के बगावत के बाद NCP ने सभी बागियों को डिस्क्वॉलिफाई करने के लिए विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर और चुनाव आयोग को पत्र लिखा है।
इसमें कहा गया है कि पार्टी की कमान शरद पवार के पास है। शरद ने 1999 में पार्टी की स्थापना की थी।
अजित की पार्टी पर दावे से जुड़ी कोई भी अपील पर कार्रवाई करने से पहले उनके पक्ष को भी सुने।
इस बीच पार्टी ने जितेंद्र आव्हाड को विधानसभा में विपक्ष का नेता और मुख्य सचेतक (Chief Whip) नियुक्त किया है। इससे पहले अजित पवार के पास ये जिम्मेदारी थी।