चण्डीगढ/समृद्धि पराशर: हरियाणा के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने में पशुपालन और मछली पालन का अहम योगदान है। किसानों की आय बढाकर समृद्ध बनाना सरकार का लक्ष्य है।
कृषि मंत्री आज भिवानी के बहल के हरियाणा पशु विज्ञान केंद्र की शुरुआत करने के उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।
दलाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के लक्ष्य अनुसार हरियाणा में बखूबी काम किया जा रहा है। बागवानी को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के गन्नौर में दुनिया की सबसे बड़ी मंडी की स्थापना की जा रही है। लगभग 10 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इस मंडी में करीब 40 हजार करोड़ रुपये का सालाना व्यापार होगा। उन्होंने कहा कि सिंचाई, कृषि, बागवानी तथा पशुपालन, मछली पालन के बजट में कई गुणा बढोतरी की गई। हरियाणा में प्रतिवर्ष 2 हजार करोड़ रुपये की मछली का उत्पादन किया जा रहा है। दुग्ध उत्पादन में हरियाणा देशभर में दूसरे नंबर पर है और प्रदेश को नंबर वन बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में बिजली व्यवस्था में सुधार हुआ है। हरियाणा के 90 प्रतिशत गांवों में 24 घंटे तक बिजली दी जा रही है। हरियाणा में सबसे अधिक फसलें एमएसपी पर खरीदी जा रही हैं। सूरजमुखी के भी सरकार ने देश में सबसे बेहतर भाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि नहरों का सुधारीकरण कर टेल तक पूरा पानी पहुंचाया गया है। इसके अलावा प्रदेश में पशुधन बीमा योजना लागू की गई जिससे पशुपालक का जोखिम कम हुआ है तथा पशुपालक को करीब 65 करोड़ बीमा क्लेम भी दिया गया है।
दलाल ने कहा कि पशुपालकों की सुविधा के लिए सरकार ने पुलिस के डॉयल 112 की तर्ज पर शीघ्र ही एक नंबर जारी करने का निर्णय लिया है। जिसके डायल करने से बीमार या घायल पशु को मौके पर ही उपचार मुहैया करवाया जाएगा। सरकार ने इसके लिए प्रदेशभर में 200 पशु एंबुलेंस खरीदने की योजना बनाई है।
कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों की फसल खराब होने पर सरकार द्वारा मुआवजा दिया जा रहा है। इस प्रकार गरीबों को बिन मांगे सरकार की योजनाओं का लाभ देकर किसान हितैषी होने का प्रमाण दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबका साथ-सबका विश्वास के साथ बिना किसी भेदभाव के समान रूप से विकास कार्य करवाये जा रहे है।
कृषि मंत्री ने जिले के गांव दमकोरा में मानव सेवा संस्थान का शुभारंभ भी किया। उन्होंने गांव गोकलपुरा में निर्माणाधीन पोषक अनाज अनुसंधान केंद्र का निरीक्षण किया और उपस्थित एचएयू के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने अनाज भंडारण के लिए बनाए जा रहे गोदामों का भी निरीक्षण किया।