हरियाणा के स्कूल शिक्षा, वन एवं पर्यटन मंत्री कंवर पाल ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार ने किसानों के लिए ऐसी योजनाएं बनाई है जिससे देश व प्रदेश का किसान आत्मनिर्भर हो रहा है।
किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल रहा है, फिर भी कुछ राजनीतिक पाॢटयां किसानों को बरगलाकर आंदोलन करवा रही है, हाई-वे जाम करवा रही है जिससे आम जनता दुखी हो रही है।
यह कार्य तो उन्हें पंजाब, राजस्थान व दिल्ली में करना चाहिए जहां पर किसानों की फसल का उचित मूल्य नहीं मिलता।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने मंगलवार को सढौरा विधानसभा क्षेत्र के गांव खानपुर, भोगपुर, तलाकौर, नौशहरा व रणजीतपुर में जन संवाद कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनी, उनकी समस्याओं का हल करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जो भी समस्याएं जन संवाद के दौरान आई है, वह सभी समस्याएं जन संवाद पोर्टल पर चढ़ा दी जाएगी।
सभी समस्याओं पर कार्यवाही होगी। जबकि पहले के राजनेता लोगों की लिखित समस्या ले लेते थे जिन पर वर्षो तक कोई कार्यवाही नही होती थी।
मंत्री ने जन संवाद करते हुए कहा कि प्रदेश में सूरजमुखी का मूल्य सबसे ज्यादा है। सरकार द्वारा 5 हजार रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से सूरजमुखी की खरीद हो रही है। इतना ही नही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हैफेड को कहा कि किसान को प्रति क्विंटल खरीद मूल्य से अधिक 1000 रुपये प्रति क्विंटल देने है ताकि किसान को हानि न हो, जबकि पंजाब में सूरजमुखी का मूल्य 4000 रुपये है, फिर भी हरियाणा में किसान संगठन हाई-वे जाम कर रहे है।
यह सब लोगों को समझना होगा इसके पीछे और कोई राजनीतिक पार्टी काम कर रही है जो किसानों को आत्मनिर्भर नही होने देती। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री किसानों को आत्मनिर्भर करने के लिए रात-दिन कोशिश कर रहे है।
मंत्री ने जन संवाद करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के लोग कहते है कि उन्होंने किसानों का कर्जा माफ किया, वह बिल्कुल झूठ है, केवल 1987 में चौ. देवी लाल ने केवल 36 करोड़ रुपये का कर्जा माफ किया था।
इसके बाद पिछले कार्यकाल में 1100 करोड़ रुपये का मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसानों का ब्याज माफ किया।