49 दिनों से थर्मल गेट पर धरने पर बैठे थर्मल कर्मचारियों ने मांपूरी होने पर अपना धरना समाप्त कर दिया। मांगे मनवाने में अहम भूमिका निभाने पर थर्मल कर्मियों ने मेयर मदन चौहान व शिक्षा मंत्री कंवरपाल के बेटे निश्चल चौधरी का आभार जताया। धरना स्थल पर पहुंचने पर कर्मियों ने मेयर मदन चौहान व निश्चल चौधरी का फूलों की मालाएं पहनाकर धन्यवाद किया।
बता दें कि जब से थर्मल कर्मी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे है, मेयर मदन चौहान ने उनके बीच जाकर उनकी बात सुनी और उनके मांग पत्र को थर्मल के उच्च अधिकारियों व मुख्यमंत्री तक पहुंचाया। कुछ दिन पहले मेयर मदन चौहान ने खुद थर्मल के उच्च अधिकारियों से कर्मियों के समर्थन में बातचीत की थी। जिसके परिणाम स्वरूप अब उनकी मांगों को मान लिया गया।
मेयर मदन चौहान ने कहा कि यह कर्मचारियों की एकजुटता व संघर्ष की जीत है। कुछ दिनों पहले जब वह थर्मल प्लांट के चीफ इंजीनियर से मिले थे तो उन्होंने कहा था कि ये कर्मचारी हरियाणा रोजगार कौशल निगम के तहत नहीं आ सकते। इसके बाद उन्होंने इस संबंध में सरकार के उच्च अधिकारियों से बातचीत की।
कर्मचारियों की मांगे मानने पर हरियाणा सरकार का आभार है। भारतीय मजदूर संघ के आशीष धीमान ने बताया कि सोमवार को एसीएस पावर व संघ के बीच वार्ता हुई थी, जिसमें अधिकतर शर्तों को मानते हुए एसीएस पावर व संघ के बीच समझौता हुआ। उनकी मांगे मनवाने में मेयर मदन चौहान का भी अहम योगदान है। इसलिए उनका आभार जताया गया। उन्होंने बताया कि एसएलएएस के तहत शामिल ठेका श्रमिकों को मजदूरी, ईएसआई और ईपीएफ का समय पर भुगतान संबंधित निर्णय लिया गया।
आठ डिवीजन एचकेआरएन में लिए गए हैं और जो दूसरी डिवीजन रह गई है उनको भी जल्द क्या जाएगा। एचपीजीसीएल परीक्षण के आधार पर प्रारंभिक चरण में एसएलएएस के अनुबंधित कर्मचारियों को पोर्ट करने के लिए एचकेआरएनएल को एक मामला भेजेगा। इस दौरान सभी कर्मचारियों का सात तारीख से पहले वेतन देना सुनिश्चित किया गया।
वहीं यह भी सुनिश्चित किया गया है कि धरना स्थल पर बैठे सभी कर्मचारियों का गेट पास तुरंत प्रभाव से बनाया जाए व धरना प्रदर्शन समाप्त किया जाए। बता दें कि यह धरना प्रदर्शन पिछले 49 दिनों से लगातार चल रहा था, जिसमें 700 के करीब यमुनानगर थर्मल पावर प्लांट के कर्मचारी बैठे हुए थे। वहीं खेदड़ पावर प्लांट में भी 1200 से अधिक कर्मचारी प्लांट के बाहर धरने पर बैठे थे। मांगे मानी जाने पर कर्मचारियों में खुशी की लहर है।