हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज कबूतरबाजी के मामलों को लेकर सख्त मोड में है। रविवार अपने आवास पर जनसमस्याओं को सुनने के दौरान उनके समक्ष कबूतरबाजी के तीन अलग-अलग मामले सामने आए।
श्री विज ने इन मामलों की जांच कबूतरबाजी मामलों की रोकथाम के लिए गठित एसआईटी से कराने के निर्देश दिए। करनाल से आए फरियादी ने अपनी शिकायत देते हुए गृह मंत्री अनिल विज को बताया कि उसके बेटे ने अमेरिका जाने के लिए 30 लाख रुपए की राशि एजेंट को दी थी। एजेंट ने उसे अमेरिका भेजने का वायदा किया था।
मगर, उसने अमेरिका भेजने के बजाए उसके बेटे को सर्बिया भेज दिया जहां वो छह माह फंसा रहा। इसके बाद उसके बेटे को स्पेन भेज दिया। उन्होंने एजेंट से जब पैसे वापस मांगे तो उसने धमकियां देनी शुरू कर दी। गृह मंत्री अनिल विज ने इस मामले में एसआईटी को जांच के निर्देश दिए।
कुरुक्षेत्र से आए व्यक्ति ने उसे ईटली भेजने के नाम पर 11 लाख की ठगी के आरोप लगाए। इसी तरह अम्बाला छावनी अर्जुन नगर निवासी व्यक्ति ने शिकायत दी कि मोहाली के रुद्राक्ष ग्रुप ने उसके बेटे को कनाडा भेजने के नाम पर सात लाख रुपए की ठगी की। इन दोनों मामलों में भी गृह मंत्री अनिल विज ने एसआईटी को जांच के निर्देश दिए।
गौरतलब है कि गृह मंत्री अनिल विज द्वारा गत दिनों कबूतरबाजी मामलों से निपटने के लिए अम्बाला रेंज के आईजी की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की गई थी जिसमें अम्बाला और कैथल एसपी भी शामिल हैं। अब तक इस एसआईटी के पास कबूतरबाजी से जुड़े कई मामले आ चुके हैं।
बलदेव नगर क्षेत्र से आई महिला ने गृह मंत्री अनिल विज को शिकायत देते हुए आरोप लगाए कि उसके पिता की मृत्यु के बाद उसकी दुकान उसे कुछ लोगों द्वारा खोलने नहीं दी जा रही है। उसका आरोप था कि बलदेव नगर चौकी पुलिस को शिकायत देने के बावजूद भी कार्रवाई नहीं हुई है। इस मामले में गृह मंत्री अनिल विज ने चौकी इंचार्ज को फोन पर फटकार लगाते हुए तुरंत दुकान खुलवाने के निर्देश दिए।
कुरुक्षेत्र से आए व्यक्ति ने कालका में उसकी बहन की मौत के मामले में कार्रवाई नहीं होने की शिकायत की, इसी तरह यमुनानगर से आई महिला ने ससुराल पक्ष पर मारपीट एवं उसे घर से बाहर निकालने के आरोप लगाए, करनाल से आए फरियादी ने उसके रिश्तेदार की हत्या मामले में लिप्त सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने के आरोप लगाए, पानीपत से आए व्यक्ति ने मारपीट एवं धमकी देने के आरोप लगाए। इसके अलावा अन्य कई अन्य मामले सामने आए जिनपर गृह मंत्री अनिल विज ने कार्रवाई के दिशा-निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।