मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विपक्षी एकता की बैठक पर लगातार ग्रहण लग रहा है। बैठक को तीसरी बार टाल दिया गया है। चर्चा है कि कांग्रेस को नीतीश कुमार का नेतृत्व पसंद नहीं है। यही वजह है कि यह बैठक नहीं हो पा रही है।
अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद इसकी पुष्टि कर दी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के आलाकमान 12 जून को होने वाली बैठक में नहीं पहुंच रहे थे। इसलिए इस तारीख को स्थगित कर दिया गया है।
अब विपक्षी एकता की बैठक की तारीख कब तय होगी। इस पर असमंजस है। यह बैठक पहले पटना में होने वाली थी, लेकिन सभी पार्टियों की सहमति नहीं थी। बैठक की जगह को लेकर भी अब स्थिति स्पष्ट नहीं है।
विपक्षी एकता की जब सुगबुगाहट शुरू हुई तो सीएम नीतीश कुमार ने खुद इसका जिम्मा ले लिया। इसको लेकर अलग-अलग राज्यों के विपक्षी नेताओं से बातचीत की। फिर विपक्षी पार्टियों के नेताओं से मिलने का सिलसिला शुरू कर दिए।
31 अगस्त 2022 को तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर पटना पहुंचे और उन्होंने नीतीश कुमार से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद केसीआर और नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया कि विपक्षी एकता का नेतृत्व कौन करेगा? नेता कौन होगा?
इस पर नीतीश कुमार ने चुप्पी साध ली, लेकिन केसीआर ने साफ कहा कि अभी यह तय नहीं किया जा सकता है। नीतीश कुमार के नाम पर भी केसीआर ने मना कर दिया था।