हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि ‘‘भारत बदल रहा है और भारत करवट ले रहा है, भारत ने अब अंगड़ाई ली है, भारत को पंख लग रहे हैं और भारत अब उड़ना चाहता है’’।
उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साल 2047 तक देष को विकसित देष बनाने का संकल्प लिया हुआ है।
विज ने कहा कि प्रधानमंत्री की माता जी का देहांत हुआ तो स्वर्गवास होने के 15 मिनट के बाद प्रधानमंत्री ने देश की सेवा को मध्येनजर रखते हुए एक प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया।
इससे प्रतीत होता है कि प्रधानमंत्री ने अपने आपको पूरी तरह से अपने देष व लोगों के लिए लगा दिया है। इसलिए हमारा भी फर्ज बनता है कि हम घर से निकल कर उनका अभिवादन और स्वागत करें।
उनको हम यह बताएं कि भारत के भारतवासी चाहे वो किसी भी देश में रहते हो वह प्रधानमंत्री और अपने देश के साथ हैं तथा अपने देश को महान व एक नंबर बनाने में योगदान देंगे।
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में जितनी अच्छी तरह से आप लोग आपस में जुड़े हुए हैं और आप सभी लोगों ने गीता के प्रचार-प्रसार के लिए ऑस्ट्रेलिया में जो काम किया है उसकी जितनी सराहना की जाए, उतनी कम है।
उन्होंने कहा कि मैं पिछले 3 दिन से यहां ऑस्ट्रेलिया में हूं परंतु मुझे यह नहीं लगा कि मैं ऑस्ट्रेलिया में हूं, मुझे लग रहा है कि मैं हरियाणा के किसी दूसरे शहर में आया हूं, क्योंकि आप लोगों का अपार सहयोग और प्यार मुझे मिल रहा है।
विज ने कहा कि आप लोगों ने ऑस्ट्रेलिया मेें रहते हुए अपने धर्म और संस्कृति को नहीं छोड़ा है क्योंकि जड़ों को छोड़कर पेड़ सूख जाते हैं। उन्होंने कहा कि अपनी जड़ों को कभी नहीं छोड़ना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब मैं ‘एसोसिएषन आफ हरियाणावी इन ऑस्ट्रेलिया’ के पदाधिकारी सेवा सिंह के घर गया तो इन्होंने हरियाणावी संस्कृति के अनुरूप अपने घर में मंजे/खाट, मुढे और हुक्का को रखकर बैठक बनाई हुई है जो वहां पर आने वालों को यह याद कराता है कि हमारी विरासत, जड़े क्या है और हम किस तौर-तरीकों व ढंग से रहते हैं।