डीएसपी मुख्यालय कवलजीत सिंह ने लघु सचिवालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि सोनू कुमार वासी मधु कॉलोनी ने एक शिकायत दर्ज करवाई कि दिनांक 17अप्रैल को उसकी लडकी कोमल अपने घर से छोटी लाईन नजदीक हुड्डा चौक स्थिल सैलून में काम करने गई थी परन्तु उसके बाद घर पर वापिस नही आई।
जिस शिकायत पर थाना शहर यमुनानगर में गुमशुदगी का केस दर्ज किया गया था। लड़की कोमल के परिजनों ने 3-4 लडको पर कोमल को गायब करने का शक जाहिर किया था। डीएसपी ने बताया कि 23 अप्रैल को गुमशुदा कोमल की डेड बॉडी छोटी लाईन से हुड्डा सैक्टर के पास खाली प्लाट में मिली थी।
उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक मोहित हाण्डा ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए मेरे नेतृत्व में अपराध शाखा-1,अपराध शाखा-2 ,स्पैशल स्टाफ, प्रबन्धक थाना शहर यमुनानगर की टीमों को उपरोक्त केस की तफतीश में लगाया था। सभी टीमो ने संयुक्त रूप से दिन-रात लगातार मेहनत करते हुए मृतका कोमल के ब्लाईंड मर्डर केस की गुत्थी को महज 36 घण्टे में सुलझा लिया।
डीएसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सन्दर्भ में अपराध शाखा-1 यमुनानगर के इन्चार्ज निरीक्षक केवल सिंह ने अपनी टीम के साथ मिलकर कोमल की हत्या करने वाले आरोपी गौरव उर्फ दिवांशु पुत्र देव कुमार वासी नजदीक सतकार मैडीकल मधु कलौनी रामपुरा को आज दिनांक 25 अप्रैल को तेजली स्टेडियम के नजदीक से गिरफ्तार किया है।
आरोपी पूछताछ पर प्रारम्भ में कोमल के मर्डर की बात को सिरे से नकारता रहा परन्तु बार-2 गहराई से पूछने पर आरोपी गौरव ने कत्ल की वारदात को अंजाम देने की बात को स्वीकार कर लिया। आरोपी गौरव मृतका कोमल को पिछले करीब 03 वर्ष से जानता था और उस पर शादी करने के लिए दबाव बना रहा था। इस मामले में मृतका कोमल के परिवार वालो ने पहले भी आरोपी गौरव पर छेड-छाड का मुकदमा दर्ज करवाया था जो माननीय न्यायलय में विचाराधीन है।
बार-2 समझाने पर भी आरोपी गौरव ने कोमल का पीछा करना नहीं छोड़ा और शादी के लिए दबाव बनाता रहा। मृतका कोमल जब आरोपी गौरव से शादी करने के लिए तैयार नही हुई तो आरोपी ने कोमल के खिलाफ रंजिश रखनी शुरू कर दी। आरोपी गौरव शहर ऐरिया में स्थित एक रैस्टो रैन्ट में काम करता था। दिनांक 17 अप्रैल को रात को करीब 08.00 बजे कोमल सैलून से निकलकर हुड्डा सैक्टर की तरफ अपनी एक जानकार के पास जा रही थी तो आरोपी गौरव ने सुनसान प्लाट के पास कोमल को रोककर शादी का दबाव बनाया।