एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने आज वारिस पंजाब के प्रमुख व पंजाब में खलिस्तानी मुहिम चलाने वाले अमृतपाल सिंह के खिलाफ खिलाफ पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में जनहित याचिका सीनियर एडवोकेट अतुल लखनपाल व अर्जुन लखनपाल द्वारा दायर की। जिस पर बुधवार तक सुनवाई होने की उम्मीद है।
शांडिल्य ने आज पत्रकारो से बातचीत करते हुए कहा कि वह 25 साल से आतंकवाद, खालिस्तानी मुहिम व बब्बर खालसा के आतंकवादियो के खिलाफ जमीनी व कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं और जब से पंजाब में खलिस्तानी मुहिम अमृतपाल चला रहा है उनका एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया उन्हें लगातार ललकार रहा है और 12 नवंबर 2022 व 4 फरवरी 2023 को पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को ज्ञापन देकर मांग कर चुके है कि अमृतपाल आतंकवादी है आईएसआई का एजेंट ही नही बब्बर खालसा के आतंकवादियो का भी अमृतपाल सिंह को सरक्षण है बता चुके हैं और अमृतपाल सिंह के साथ चल रहे हथियार बंद कट्टरपंथियों के हथियार जब्त करने व उनके लाइसेंस रद्द करने को लेकर भी राज्यपाल पंजाब को ज्ञापन दे चुके हैं, पंजाब के सीएम सहित उच्च अधिकारियों को अमृतपाल के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर चुके हैं।
लेकिन कोई एक्शन न होने पर आज एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया की तरफ से जनहित याचिका दायर की और उसमें हाईकोर्ट से मोहाली सीमा चंडीगढ़ सीमा मटौर की सड़क को महीनों से बंद कर आतंकवादियो को रिहा करने वालो से रोड़ खाली करवाया जाए और बंदूकें, भाले, गंडसियो से लैस वारिस पंजाब, सहित रोड जाम करने वाले कट्टर पंथियों व आतकवादी परिवारों को लोगों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के सुप्रीमो शांडिल्य ने हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका में मांग की है कि जो पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह व उनके साथियों को गिरफ्तारी के लिए ऑपरेशन छेड़ा उसमे एनआईए व ईडी को साथ जोड़ा जाए क्योंकि अमृतपाल सिंह को कहा से फंडिंग हो रही और कौन लोग विदेशों में बैठ पंजाब व देश की अमन शांति को आग लगा रहे हैं।और शांडिल्य ने कहा संविधान से बड़ा कोई धर्म नही ओर अमृतपाल ने संविधान को ललकारा ओर अजनाला व चंडीगढ़ पुलिस पर हमला कर देश मे दहशत फैलाने की साजिश रची इसको सजा मिले।