मेयर मदन चौहान की तबीयत में सुधार आ गया है। उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। डॉक्टर ने अभी उन्हें कुछ दिन आराम के लिए सलाह दी है। पांच फरवरी तक मेयर बेड रेस्ट पर रहेंगे। नगर निगम हाउस की बैठक में मेयर मदन चौहान की अचानक तबीयत खराब हुई थी। वे संतोष अस्पताल में उपचाराधीन थे।
संतोष अस्पताल के डॉक्टर लोकेश गर्ग ने बताया कि बुधवार को नगर निगम हाउस की बैठक में मेयर मदन चौहान को अचानक चक्कर आया था। जिसके बाद वे बेहोश हो गए थे। जिसके बाद निगम अधिकारियों व कर्मचारियों ने उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया। जहां उनका उपचार शुरू किया गया। उपचार के दौरान उनका बीपी कम था। फैमिली डॉक्टर होने के कारण उन्हें वहां बुलाया गया। क्योंकि पिछले काफी समय से मेयर चौहान का उनके पास उपचार चल रहा है। वे तुरंत वहां गए। उन्होंने उनकी रिपोर्ट जांची।
रिपोर्ट में उनका बीपी कम था। दो तीन दिन से उन्हें हल्का बुखार भी था। इंफेक्शन की वजह से इनका बीपी कम हुआ। जिसे डॉक्टरी भाषा में सिंकोपल अटैक बोलते है। इसमें मरीज को कुछ देर के लिए बेहोशी आ जाती है। उन्हें तुरंत ट्रीटमेंट दिया गया। जिससे उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ। बीपी अप होने पर उन्होंने इनका एमआरआई, हार्ट का ईसीजी व इको और ब्लड के सभी टेस्ट कराए। जो सभी नोर्मल आए। इसके बाद उन्होंने मेयर चौहान को अपने अस्पताल के आईसीयू में शिफ्ट गया। जहां उनकी तबीयत में सुधार है।
अब उनका बीपी व शुगर कंट्रोल में है। उनके स्वास्थ्य में सुधार है। लेकिन अभी उन्हें आराम की सख्त जरूरत है। उन्होंने बताया कि अस्थाई रूप से आने वाली बेहोशी को सिंकोपल कहते है। ये स्थिति बहुत देर तक नहीं रहती और पीड़ित कुछ मिनटों बाद इससे बाहर आ जाता है। आमतौर पर ये उन लोगों में देखी जाती है जिन्हें लो ब्लड प्रेशर की समस्या है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हृदय ऑक्सीजन युक्त खून मस्तिष्क तक पहुंचाने में असमर्थ हो जाता है। उधर, उपचार के बाद वीरवार को मेयर मदन चौहान को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अभी वे पांच फरवरी तक बेड रेस्ट पर रहेंगे। इस दौरान नगर निगम संबंधित समस्याओं का समाधान मेयर हाउस पर कराया जाएगा।