साइंस के विद्यार्थी अब मिट्टी पर शोध करेंगे। इससे विद्यार्थियों की नालेज बढ़ेगी और साथ ही विद्यार्थी प्रेक्टिकल तौर पर भी इससे रूबरू हो सकेंगे। इतना ही नहीं विद्यार्थियों को इसके लिए आय भी आएगी।
प्रति सेंपल की जांच के हिसाब से विद्यार्थियों को राशि दी जाएगी। यह जिम्मा चार स्कूलों और दो कालेज को सौंपा गया है। इसमें छह हजार नमूने को लैब में जांच को भेजा जाएगा। बता दें कि सोयल हेल्थ स्कीम के अंतर्गत स्कीम में अर्न वाय विद लर्न को चलाया है।
यह योजना पिछले साल शुरू हुई थी, लेकिन पत्राचार के कारण लागू नहीं हुई थी। इस बार शिक्षा विभाग के साथ तालमेल के बाद शुरू की गई है। जिला के 11वीं और 12वीं कक्षा के जिन विद्यार्थियों ने नान मेडिकल विषय को चुना हुआ है।
वहीं कालेज में जिन विद्यार्थियों ने साइंस स्ट्रीम का चयन किया हुआ है। विद्यार्थियों को प्रति सैंपल की जांच करने पर 30 रुपये तक मिलेंगे।