
27 नवंबर को आए पंचायती चुनाव के रिजल्ट में कैथल जिले के गांव सुजुमा में खूनी संघर्ष देखने को मिला था.. जिस बीच दर्जनों ग्रामीणों के साथ कहीं पुलिस के कर्मचारियों को भी गंभीर चोटें आई थी जिसके चलते सभी को हॉस्पिटल में दाखिल करवाना पड़ा था…
वहीं इस पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर दोनों पक्षों पर एक एक मुकदमा दर्ज कर लिया है.. इसके साथ ही मामले में बचाव करने पहुंची पुलिस कर्मचारियों पर पथराव करने तथा सरकारी वाहन को क्षति पहुंचाने के संबंध में एक मुकदमा पुलिस और दर्ज किया गया है…
वही इस घटनाक्रम के बाद गांव में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए डीएसपी सुनील कुमार व डीएसपी रविंद्र सागवान के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस फोर्स लगाया गई है.. फिलहाल पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा आपसी भाईचारा कायम करने तथा इस मामले को मिल बैठकर निपटाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं…
इसी कड़ी मैं आज गांव से जुम्मा के दोनों पक्ष कैथल के डीसी और एसपी से मिलने पहुंचे थे जहां पर उन्होंने जिला प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच करने की अपील की…
वार्ड नंबर 17 से पार्षद बने विक्रमजीत कश्यप ने बताया कि 27 नवंबर को जब जीत के बाद वह और उनके साथ ब्लॉक समिति सदस्य रामकरण बाल्मिकी अपने गांव के मंदिर में मत्था टेकने जा रहे थे तो दूसरे पक्ष के लोगों ने अचानक रस्ते में हूं पर ईदो डंडों से हमला कर दिया..
जिससे उनको काफी चोटें आई और उनके यातायात के साधनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया.. इस पूरे मामले को शांत करवाने पहुंचे पुलिस पर भी दूसरे पक्ष वालों ने हमला कर दिया जिस बीच पुलिस कर्मचारियों को भी काफी चोटें आई हैं… इसके बाद वह महिलाओं और पुलिस की मदद से बड़ी मुश्किल अपनी जान बचा कर वहां से निकले थे…