गुड़गांव में एक बार फिर दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एक घर में बने सेप्टिक टैंक की सफाई करने उतरे सफाई कर्मचारी व दर्जी की दम घुटने से मौत हो गई। घटना गांव मोहम्मदपुर में हुई जहां भीम सिंह नामक व्यक्ति ने इन दोनों को टैंक की सफाई के लिए बुलाया था। रविवार दोपहर को जब यह सफाई के लिए टैंक में उतरे तो काफी देर तक बाहर नहीं निकले।
इन्हें आवाज भी दी गई, लेकिन कोई रेस्पांस नहीं मिला। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही सिविल डिफेंस, पुलिस व दमकल की टीमें मौके पर पहुंची। करीब छह घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के रविवार देर रात दोनों के शवों को बाहर निकाला गया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
वहीं, घटना से गुस्साए परिजनों ने रात को मोहम्मदपुर में हंगामा भी किया। परिजनों ने आरोप लगाया कि गांव में ज्यादातर हिंदू-मुस्लिम को लेकर विवाद रहता था। रंजिश में इनकी हत्या कर शव को टैंक में डाला गया है।
मृतक के परिजनों का कहना है कि भीम सिंह ने जबरन दोनों को सेप्टिक टैंक में उतारा है। उसकी मनमानी के कारण ही दोनों की जान गई है। दोनों न तो सीवर की सफाई करते हैं और न ही सेप्टिक टैंक उन्होंने कभी साफ किया। मृतक दिलीप साफ सफाई का काम करता था जबकि शहाबुद्दीन दर्जी था और एक कंपनी में काम करता था। दोनों का ही सेप्टिक टैंक की सफाई से कोई लेना देना ही नहीं था।
करीब छह घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद टीम ने दोनों शवों को बाहर निकाल लिया है। इस दौरान गुस्साए ग्रामीणों ने कुछ देर तक हंगामा भी किया, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस ने उन्हें समझाकर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया जिसके बाद लोग शांत हुए।