सुप्रीम कोर्ट का फैसला हरियाणा सिकख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के पक्ष में आने पर सिख समाज के लोग पहुंचे किसान भवन, लड्डू बांटकर खुशी जाहिर की, ततपश्चात सुदीप सुरजेवाला सहित सभी ने किया प्रेसवार्ता को संबोधित
हरियाणा के गुरुद्वारों के प्रबंधन का अधिकार हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGPC) को मिलने का रास्ता साफ होने पर आज ढांड रोड़ स्थित किसान भवन पर हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी कैथल के सदस्य व समाज के लोग सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला का धन्यवाद करने पहुंचे।
सुदीप सुरजेवाला, एडवोकेट मनिंदर सिंह, साहब सिंह मर्दानखेड़ा, सभी ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आज बहुत ही खुशी व एक पर्व के समान का दिन है। लंबे समय से हरियाणा के गुरुद्वारों को लेकर अलग से हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बनाने की मांग को आज 22 साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने मोहर लगा दी। आज हम सभी यहां सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला का धन्यवाद करने पहुंचे हैं।
क्योंकि जब साल 2000 में हरियाणा में अलग से कमेटी बनाने की मांग उठी और साल 2004 में जब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने चुनाव करवाए तो हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने भी अपने 11 उम्मीदवार इस चुनाव में उतारे जिनमें से 7 उम्मीदवार जीतकर आए। जीतकर आए उम्मीदवारों सहित कमेटी का शिष्टमंडल तत्कालीन हरियाणा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणदीप सिंह सुरजेवाला(जो उस समय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी थे) से मिलकर उस समय कांग्रेस पार्टी को समर्थन इस शर्त पर देने को तैयार हुआ कि उन्हें अपने 2004 विधानसभा चुनावी घोषणा पत्र में हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बनाने की पहल रखनी होगी और लागू भी करना होगा।
तब कार्यकारी अध्यक्ष रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष भजन लाल से मिलकर इस निर्णय को विधानसभा घोषणा पत्र में शामिल करवाया और साल 2014 में खुद विधानसभा में बिल लाकर HSGPC बनाने का एक्ट पास करवाया। लेकिन उस समय SGPC व हरभजन सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से इस कानून को असंवैधानिक व अवैध घोषित करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की और सुप्रीम कोर्ट ने यह