शहर से श्रद्धालु भगवान गणेश की मूर्ति विसर्जन करने के लिए नाचते-गाते हुए यमुना के मीमारपुर घाट पर पहुंचे. इन दिनों यमुना में जलस्तर ज्यादा होने के साथ ही बहाव भी तेज था. इस दौरान सुंदर सांवरी के सुनील, कार्तिक व दीपक भी श्रद्धालुओं के साथ मिलकर मूर्ति का विसर्जन करने के लिए यमुना के अंदर चले गए. यह तीनों एक ही परिवार के हैं. जैसे ही श्रद्धालु मूर्ति का विसर्जन कर रहे थे, तभी तेज बहाव में वह बह निकले.
वहां पर मौजूद श्रद्धालुओं ने उन्हें बचाने का प्रयास भी किया, लेकिन बहाव अधिक होने से वह कामयाब नहीं हो सके. वही सूचना के बाद मुरथल थाना से टीम और गोताखोर घाट पर पहुंच गए और तलाश शुरू की. घंटों की मशक्कत के बाद सुनील और उनके भतीजे का शव निकाल लिया गया. वहीं सुनील के बेटे कार्तिक की तलाश लगातार करने के बाद काफी मशक्कत के बाद सुबह बरामद किया है.
सुंदर सांवरी मोहल्ले के लोग बड़ी आस्था के साथ भगवान गणेश की मूर्ति को लेकर ढोल-नगाड़ों के साथ शहर में नाचते-गाते शोभायात्रा निकालकर गए थे. सुबह से ही उत्सव जैसा माहौल था. जब लोग नाचते-गाते यमुना के मीमारपुर घाट पर पहुंचे तो वहां मूर्ति विसर्जन के दौरान सुंदर सांवरी के रहने वाले पिता-पुत्र व एक अन्य स्वजन गहरे पानी में डूब गए. इससे मोहल्ले में मातम पसर गया.
सूचना मिलने पर काफी लोग अपने-अपने वाहन में से मीमारपुर घाट पर पहुंचे. सुनील, उनके बेटे कार्तिक के साथ ही भतीजे दीपक के घर पर लोग जमा हो गए. कार्तिक परिवार में पांच बहनों का इकलौता भाई था. वहीं गन्नौर के बेगा घाट पर गणेश की प्रतिमा का विसर्जन करने गया 22 वर्षीय युवक यमुना नदी में बह गया।कस्बे की रेहड़ा बस्ती के सुमित अपने स्वजन व पड़ोसियों के साथ गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए बेगा घाट पर गया था.