राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने कहा कि रक्तदान एक पुण्य कार्य है जो मनुष्य के जीवन को बचा सकता है। रक्त केवल मनुष्य से ही उपलब्ध हो सकता है इस रक्तदान के पुण्य कार्य के लिए समाज के सभी वर्गों को आगे आना चाहिए ताकि किसी भी जरुरतमंद की जरुरत को पूरा किया जा सके। प्रदेश में रैडक्रास सोसाईटी समाज की बेहतरी के लिए अनेक कार्य कर रही है, एनजीओ, सामाजिक संस्थाओं को प्रेरणा लेकर जनहित के कार्य में आगे आना चाहिए।
महामहिम राज्यपाल बुधवार को जिला रैडक्रास सोसाईटी के कार्यालय में पहुंचे। उन्होंने रक्तदान शिविर की शुरुआत की और रक्तदाताओं को बैज लगाकर सम्मानित किया। इस मौके पर जिला रैडक्रास सोसाईटी की यूनिट के माध्यम से महामहिम ने 40 महिलाओं व पुरुषों को हाईजीन किट वितरित की तथा 5 आक्सीजन कंस्टै्रक्टर सिविल अस्पताल यमुनानगर को सुपुर्द किए। इस नेक कार्य के लिए महामहिम राज्यपाल ने यमुनानगर की रैडक्रास यूनिट को बधाई दी।
इस मौके पर उन्होंने मीडिया कर्मियों से बातचीत की और कहा कि प्रदेश में रैडक्रास सोसाईटी जरुरतमंद की सहायता के लिए अनेक भलाई के कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग व्यक्ति की हर संभव सहायता करनी चाहिए न केवल सरकार बल्कि समाज की एनजीओ के माध्यम से इस वर्ग का सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुष्टï रोगियों के लिए सरकार द्वारा दवाईयां उपलब्ध करवाई जा रही है। कुष्टï रोगियों से घृणा नहीं करनी चाहिए और ना ही उन्हें समाज से दूर नहीं रखना चाहिए बल्कि उन्हें भी समाज की मुख्य धारा में लाने की प्रयास करना चाहिए।
महामहिम राज्यपाल ने बताया कि रक्तदान महादान है यह केवल मनुष्य से ही प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए एनसीसी और एनजीओ के माध्यम से स्कूल, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में रक्तदान शिविरों लगाने का प्रयास चल रहा है और रक्तदान करने के लिए युवाओं को जागरुक भी किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक प्रदेश में रक्त इक्ठ्ठïा हो। उन्होंने बताया कि गत वर्ष यमुनानगर जिला में करीब 2500 रक्त यूनिट और प्रदेश में करीब 50 हजार यूनिट एकत्रित हुई। उनका लक्ष्य है कि इसको ओर आगे बढ़ाकर 2 लाख किया जाए।
महामहिम राज्यपाल ने मीडिया कर्मियों के नशा सम्बन्धी प्रश्र के जवाब में कहा कि नशा एक बहुत बुरी सामाजिक बुराई है। नशा मुक्ति के लिए सरकार कानून बनाएगी और इसी कानून के तहत नशे का निवारण किया जाएगा। इसके लिए प्रयास चल रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा ही नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश, पंजाब और जम्मू कश्मीर में भी नशे मुक्ति के लिए प्रयास किए जा रहे है। युवाओं को स्कूल, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में नशा मुक्ति के लिए जागरुक करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नशा दो तरीके से रोका जा सकता है एक कानून से और एक जागरुकता करके। इसके लिए सभी वर्गों को आगे आना चाहिए। प्रदेश को नशा मुक्त बनाना सरकार का सपना है जिस को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने महामहिम राज्यपाल को शॉल भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर समाज कल्याण बोर्ड हरियाणा की चेयरमैंन रोजी मलिक आनंद, अतिरिक्त उपायुक्त आयुष सिन्हा, पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र पाल सिंह, एसडीएम जगाधरी सुशील कुमार, रैडक्रास सोसाईटी के प्रदेश सचिव डा. मुकेश अग्रवाल, रैडक्रास सोसाईटी की वायस चेयरमैंन सुषमा गुप्ता, राज्यपाल के संयुक्त सचिव अमरजीत सिंह, जिला रैडक्रास सचिव डा. सुनील कुमार, जिला संरक्षक रैडक्रास समिति प्रिंस शर्मा, सैंटजॉन एम्बुलैंस के सदस्य आदित्य कौशल, विक्रम चौहान तथा जिला रैडक्रास सोसाईटी के सदस्य भी मौजूद रहे।