November 24, 2024

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने रविवार दोपहर बब्याल स्थित महाराणा प्रताप भवन में अखिल भारतीय ब्राहमण महासभा द्वारा आयोजित भगवान परशुराम जन्मोत्सव समारोह में बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की और लोगों को संबोधित किया।

श्री विज ने कहा कि ‘सभी कहते हैं कि भगवान परशुराम गुस्से वाले थे, मगर मैं इसे नहीं मानता, जिसमें अच्छाई व बुराई की पहचान करने की क्षमता होगी उसमें गुस्सा निश्चित होगा। उन्होंने कहा भगवान परशुराम जी के जीवन से यह ज्ञान हमें मिलता है कि गलती करने वाले को सजा मिलनी चाहिए और अच्छे काम करने वाले को पुरस्कार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा माफ नहीं करना तो हमारी संस्कृति में कहीं भी लिखा ही नहीं है। यदि ऐसा न होता तो भगवान श्रीराम जी रावण को माफ कर देते, कृष्ण दुशासन को माफ कर देते’। श्री विज ने कहा कि आलोचक कहते हैं कि भगवान परशुराम जी को गुस्सा बहुत आता था, मगर वह कहते हैं कि जिसकों गुस्सा नहीं आता वो इंसान नहीं है, गुस्सा उसे आएगा जिसे सही गलत की पहचान होगी, जिसको सही व गलत की पहचान नहीं होगी उसे गुस्सा किस बात का आएगा।

इस अवसर पर उन्होंने अखिल भारतीय ब्राहत्मण महासभा जिला अम्बाला को अपने कोष से दो रुपए देने की घोषणा की। इससे पहले समारोह स्थल पर गृह मंत्री के पहुंचने पर महासभा पदाधिकारियों व सदस्यों ने उनका जोरदार स्वागत किया। गृह मंत्री ने भगवान परशुराम जी के चित्र के समक्ष दोनों हाथ जोड़ माथा भी टेका।

भगवान परशुराम जी का यही संदेश कि जो गलती करेगा सजा पाएगा : अनिल विज

गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हर साल यहां पर भगवान परशमुराम जयंती मनाई जाती है और सारे ब्राह्मण लोग अपने श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए यहां एकत्रित होते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम हमारे लिए एक ऐसा चरित्र हैं, एक ऐसा चित्रण है कि हर व्यक्ति उनके चरणों में नत्मस्तक हो जाता है। उनमें शक्ति की प्रकाष्ठता थी। उन्होंने कहा गलत कार्य पर किसी को माफ नहीं करना यही हमारी संस्कृति और परंपरा है। इसी परंपरा को लेकर परशुराम जी की जयंती हर वर्ष मनाई जाती है कि गलत कार्यों का नाश किया जा सके। उन्होंने कहा कभी भी समझौता मत करो, जो समझौता कर लेते हैं वह लोग इंसान कहलाने के काबिल नहीं है। भगवान परशुराम जी का यही संदेश है जो ठीक है वह ठीक है और जो गलत है उसको उसकी सजा मिलनी चाहिए। श्री विज ने कहा कि नीति शासन यहीं कहता है, जितने शास्त्र की पुस्तकें लिखी गई आज तक वह सब यहीं कहती है कि जिसने दंडनीय अपराध किया है उसको दंड देना चाहिए। माफ करने का तो हमारी संस्कृति में कहीं भी लिखा ही नहीं। यदि ऐसा होता तो श्रीराम जी रावण को माफ कर देते और श्रीकृष्ण दुशासन को माफ कर देते। उन्होंने कहा कि महाभारत में सारे अपने सामने खड़े थे और एक बार तो पांडवों के सेनापति अर्जुन भी डावाडोल हो गए थे कि वह अपनों पर तीर कैसें चलाएंगे। तब भगवान श्रीकृष्ण ने कहा कि तीर तो चल चुका क्योंकि यह गलत काम कर चुके है। उन्होंने कहा भगवान परशुराम जी का संदेश है कि जो गलती करेगा सजा पाएगा।

जहां गलती माफ नहीं वहां प्रशासन बेहतर चलता है : अनिल विज

गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्होंने कई देशों में शासन व्यवस्था का हाल देखा है, जहां गलती को माफ नहीं किया जाता। वहां प्रशासन बहुत बेहतर चलता है। विदेशों में गलती की है तो सजा मिलेगी। उन्होंने सिंगापुर भ्रमण किया तो लोगों से पूछा कि वहां पुलिस सड़कों पर नहीं थी, तो लोगों ने बताया कि हम गलती नहीं करते इसलिए पुलिस किस लिए आएगी। गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि एक ऐसा ही समाज बनाने की कल्पना परशुराम जी ने की थी कि दंडित को दंड जरूर दिया जाएगा और यही हमारे जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। बगैर दंड के बगैर गलती के किसी को सजा नहीं मिलनी चाहिए और गलती करने वाला माफ नहीं होना चाहिए। यदि हम अपनी शासन पदद्धति को इस तरह से चलाएगा तो हिंदुस्तान दोबारा स्वर्ग व सोने की चिडिया बन जाएगा।

यह लोग मौजूद रहे


इस अवसर पर ब्राह्मण सभा की ओर से स्वागत समिति में मदन लाल शर्मा, कर्ण किशोर गौड, अरविंद कुमार मेहता, बलजीत सिंह शर्मा, संजीव कुमार कौशिक, रामचंद्र शर्मा सहित भाजपा मंडल प्रधान राजीव गुप्ता डिम्पल, उपप्रधान सुरेंद्र तिवारी, नीलम शर्मा, अनिल चौहान, प्रवेश शर्मा सहित ब्राह्मण संगठन से कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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