हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज घोषणा करते हुए कहा कि धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर स्थित थीम पार्क अब केशव पार्क के नाम से जाना जाएगा। इसका उद्देश्य भारत में महान धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थल कुरुक्षेत्र की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को और अधिक संरक्षित और बढ़ावा देना है। साथ ही, मुख्यमंत्री ने कुरुक्षेत्र में वैश्विक गीता पाठ में भाग लेने वाले स्कूली छात्रों के लिए गुरुवार को विशेष अवकाश की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने आज धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान 18 हजार बच्चों के द्वारा वैश्विक गीता पाठ- अष्टादशी श्लोक कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर उनेके साथ केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा, तंजानिया की पर्यटन मंत्री पिंडी चाना, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा मौजूद रहे। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने गीता स्थली ज्योतिसर में पवित्र ग्रंथ गीता की पूजा-अर्चना की और इसके उपरांत उन्होंने हवन-यज्ञ में पूर्ण आहुति भी डाली। मुख्यमंत्री ने ज्योतिसर अनुभव केंद्र व भगवान श्री कृष्ण के विराट स्वरूप का भी अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश वासियों को मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी एवं गीता जयंती पर्व की शुभकामनाएं देते हुए भगवान से प्रार्थना की कि वे प्रदेशवासियों के जीवन को ज्ञान के आलोक से आलोकित करें। आज ही के दिन 5162 वर्ष पहले भगवान श्री कृष्ण जी के मुख से श्रीमद् भगवद् गीता का उद्घोष हुआ था। आज 18 हजार विद्यार्थियों द्वारा अष्टादशी श्लोकों से आकाश गुंजायमान हुआ है। यह गर्व की बात है कि आज अनेक देशों में गीता का पाठ किया गया है।
इस गीता पाठ के न केवल धार्मिक, बल्कि वैज्ञानिक अर्थ भी है। जिन 18 छंदों का पाठ आज किया गया है, वह अपने आप में एक प्रार्थना है, गीत है, और शांति का आह्वान है। प्राधिकरण के सदस्य डा. प्रीतम सिंह ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने सभी मेहमानों का आभार प्रकट किया। इस मौके पर चेयरमैन धर्मवीर मिर्जापर, चेयरमैन धर्मवीर डागर, उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच, उपायुक्त नेहा सिंह, पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला, सीईओ केडीबी पंकज सेतिया, कुरुक्षेत्र 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चैयरमेन मदन मोहन छाबड़ा, केडीबी सदस्य डॉ. ऋषिपाल मथाना, कैप्टन परमजीत सिंह, अशोक रोशा, युधिष्ठर बहल, डॉ. एमके मोदगिल, विजय नरूला, प्राधिकरण के सदस्य सौरभ चौधरी आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री के कुशल और दूरदर्शी नेतृत्व में भारत ने एक नए युग की तरफ बढ़ाया कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गीता को पूरी मानव जाति के लिए उपयोगी मानते हैं। उन्होंने कहा है कि ‘गीता के माध्यम से भारत ने देश और काल की सीमाओं से बाहर पूरी मानवता की सेवा की है। प्रधानमंत्री के कुशल और दूरदर्शी नेतृत्व में भारत ने एक नए युग की तरफ कदम बढ़ाया है। उनकी नीतियों से गरीब, मजदूर, किसान, युवा और महिलाओं सहित हर वर्ग को विकास की गारंटी मिली है। प्रधानमंत्री भारतीय संस्कृति का परचम पूरी दुनिया में फहरा रहे हैं। उन्होंने अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनवाकर पूरे राष्ट्र का गौरव बढ़ाया है। वर्ष 2016 से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से ही गीता जयंती पर्व को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाने लगा है।