बॉलीवुड सेलिब्रिटीज के फेवरेट हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब ने कहा कि यदि आप में किसी कार्य को करने का जुनून है तो निश्चित तौर पर उस जुनून की हद से आप सफलता के शिखर तक पहुँच सकते हैं। यह कोई विचार नहीं बल्कि उनके सफल जीवन का गुरु मंत्र है।
वे शनिवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के मार्गदर्शन में युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग तथा संस्कृति सोसाइटी फॉर आर्ट्स एंड कल्चरल डेवलपमेंट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 7वें हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के चौथे दिन ऑडिटोरियम हॉल में विद्यार्थियों से रूबरू होते हुए बोल रहे थे। उनसे संवाद युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग के निदेशक प्रो. विवेक चावला ने किया।
उन्होंने कहा कि यदि आप स्वयं को जान लेते हैं और अपनी दिनचर्या ठीक कर लेते हैं तथा आपके चेहरे पर मुस्कान रहती है तो मान लो कि आप स्वस्थ हो और आप जीवन में सफल हो। वही व्यक्ति जीवन में सफल है जिसे रात को आराम से नींद आ जाती है। उसकी नजर में अधिक पैसे कमा लेने सफलता नहीं है बल्कि जो व्यक्ति अपने काम से संतुष्ट हो और आराम से रात को सो जाए वही सफल है।
उन्होंने कहा कि लोगों ने स्वयं को इतना व्यस्त कर लिया है जिसके चलते उनकी दिनचर्या बिगड गई है। यदि व्यक्ति अपनी दिनचर्या ठीक करले अर्थात् प्रातःकाल उठकर सूर्य के दर्शन कर ले और सभी कार्य समय के अनुसार करे, यही योगा है और यही स्वस्थ जीवन का गुरु मंत्र है।
उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति के सिर पर बाल नहीं है और अगर वो प्याज का रस लगाए तो उसके सिर पर बाल आ सकते हैं। इसके अलावा बालों में होने वाले डैंड्रफ का इलाज बताते हुए कहा कि प्रतिदिन अपने बालों में शैम्पू करिए। यदि आपके बाल साफ हैं तो आपको डैंड्रफ कभी नहीं होगा। दरअसल बालों में फंसी गंदगी या पसीने से ही डैंड्रफ होता है। उन्होंने बालों की समस्याओं और उनके निदान को लेकर विस्तार से छात्रों को बताया और उनके प्रश्नों के जवाब दिए।
उन्होंने कहा कि बाल काटने के काम को ट्रेंडी और स्टाइलिश रूप दिया है। वे भारत के 115 शहरों में 1000 से अधिक सैलून और 65 हेयर अकादमियों का संचालन करते हैं जिसमें वे अब तक 6 लाख लोगों को प्रशिक्षण दे चुके हैं। उन्होंने 24 घंटे की अवधि में 410 के साथ सबसे अधिक नॉनस्टॉप हेयरकट कर अपना नाम लिम्का बुक रिकॉर्ड में दर्ज करवाया है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने लंदन के मॉरिस इंटरनेशनल स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की है। कोई भी कार्य छोटा बड़ा नहीं होता। बाल काटने वाले नाई के पेशे को अक्सर लोग अक्सर छोटा काम मान लेते हैं। कम कमाई वाले इस काम को एक खास वर्ग के साथ जोड़कर देखा जाता रहा है, लेकिन समय के साथ चीजें बदलती चली गई।
आज बाल काटने का काम फैशन से जुड़ गया है। बाल काटकर लोग लाखों की कमाई कर रहे हैं। जहां पहले कुर्सी पर छोटे से शीशे के सामने कुछ पैसों में आप बाल कटवाते थे, आज बड़े-बड़े सैलून हैं। एसी सैलून, लग्जरी सुविधाओं के साथ अब आप आराम से बाल कटवाते हैं। अब बाल काटने का काम फैशन से जुड़ गया है।