November 22, 2024

जिला प्रशासन, मेरा मिशन स्वस्थ भारत और पतंजलि योग समिति के संयुक्त तत्वाधान में  आयोजित तीन दिवसीय योग प्रोटोकॉल प्रशिक्षण शिविर का शनिवार को समापन हो गया।

सेक्टर 12 स्थित लघु सचिवालय के प्रांगण में आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर में योगाचार्यों ने अधिकारियों, कर्मचारियों, योग साधकों व आमजन को योग, प्राणायाम व ध्यान से संबंधित क्रियाएं करवाई और शरीर पर अनुकूल पडऩे वाले इनके प्रभावों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी।

योग शिविर में बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए मेरा मिशन स्वस्थ भारत के संस्थापक दिनेश गुलाटीे ने योग का महत्व बताते हुए कहा कि योग प्राचीन पद्धति ही नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला है। योग करने से शरीर के साथ-साथ मानसिक बल मिलता है और विचारों में दृढ़ता आती है।

विज्ञान ने इस बात को सिद्ध कर दिखाया है कि योग करने से हमारी श्वसन क्रिया स्मूथ यानि सहज हो जाती है और शुद्ध वायु के रक्त में प्रवेश से फेफड़े स्वस्थ होते हैं। उन्होंने कहा कि आज के भौतिकवादी युग में मनुष्य की व्यस्तता बढ़ गई है, छोटे बच्चों पर पढ़ाई का बोझ रहता है। दूसरी ओर कोरोना काल में मनुष्य चिंता और अवसाद जैसी मनोवैज्ञानिक समस्याओं से घिर गया था, इससे मानव शरीर पर विपरीत प्रभाव रहे जो स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई थी। ऐसे में योग से स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए काफी बल मिला।

दिनेश गुलाटी ने भी योग को जीवन के लिए जरूरी बताते हुए कहा कि योग हमें दैनिक जीवन के कार्य करने में सक्षम बनाता है। स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर करता है। हमारा स्वास्थ्य ही हमारा असली धन है। उन्होंने कहा कि हम आज के युग मे भौतिक सुखों में व्यस्त हैं। इन भौतिक सुखों को लंबे समय तक भोगने के लिए योग अति जरूरी है। उन्होंने आह्वान किया कि योग को तीन दिवसीय योग प्रोटोकॉल प्रशिक्षण शिविर तक सीमित ना कर, उसे जीवन भर अपनाने के लिए आगे आए।

जिला आयुष अधिकारी डॉ. सतपाल ने बताया कि किसी भी प्राणायाम का अभ्यास लगातार पांच से सात मिनट तक करने पर ही उसका शरीर के अंगों पर प्रभाव पडऩा शुरू होता है। योग करने वाला व्यक्ति दिनभर ताजगी और स्फूर्ति से भरा रहता है तथा मन की स्थिरता के कारण अपनी दिनचर्या के सभी व सही निर्णय लेने में सक्षम होता है। उन्होंने बताया कि आज पूरे विश्व ने योग के महत्व को मानकर इसे अपनाया हैै।

योग के अत्याधिक महत्व के कारण ही अब यह विश्व स्तर पर मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि आयुष विभाग द्वारा योग के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। जिला की 37 व्यायामशालाओं और 22 वैलनेस सैंटर पर प्रात: कालीन व सायं कालीन सत्रों में आमजन को योगाभ्यास करवाया जा रहा है।

उन्होंने आह्वान किया कि 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह के राष्ट्र पर्व के रूप में मनाने के उद्देश्य से अधिक से अधिक लोग इस कार्यक्रम से जुड़ें। उन्होंने बताया कि 10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस आगामी 21 जून को करनाल की नई अनाज मंडी में आयोजित किया जाएगा तथा योग सेमिनार और विभिन्न आयु वर्ग की योग प्रतियोगिता भी करवाई जाएगी।

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