करनाल लोकसभा सीट के नतीजे सबके सामने हैं। पूर्व सीएम मनोहर लाल ईवीएम में भले ही लोकसभा चुनाव जीत गए हों, लेकिन पोस्टल बैलेट की गिनती में मनोहर लाल हार गए हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा को पोस्टल बैलेट में 2271 वोट मिले, जबकि मनोहर लाल को सिर्फ 2003 वोट मिले, यानी मनोहर लाल दिव्यांशु से 268 वोटों से हार गए, लेकिन ईवीएम की गिनती में उन्होंने दिव्यांशु को हरा दिया।
2019 के लोकसभा चुनाव के वोट प्रतिशत पर नजर डालें तो भाजपा के संजय भाटिया को 70.1 फीसदी और कांग्रेस के कुलदीप शर्मा को 19.6 फीसदी वोट मिले थे, जबकि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के मनोहर लाल को 54.91 फीसदी और कांग्रेस के दिव्यांशु को 37.65 फीसदी वोट मिले थे। 2019 के मुकाबले 2024 में भाजपा का वोट प्रतिशत 15.2 प्रतिशत गिरा है, जबकि 2019 के मुकाबले 2024 में कांग्रेस का वोट प्रतिशत 18 प्रतिशत बढ़ा है।
मनोहर लाल दो बार सीएम रह चुके हैं और उस हिसाब से मनोहर लाल को 2019 का रिकॉर्ड तोड़ना था, लेकिन मनोहर लाल करनाल लोकसभा के मतदाताओं के बीच कहीं भी अपनी पकड़ नहीं बना पाए।
नतीजतन वोटों का अंतर 2.32 लाख रह गया। अगर कांग्रेस के नेता तोड़फोड़ का शिकार न होते तो शायद नतीजे कांग्रेस के पक्ष में जा सकते थे।
हरियाणा के करनाल लोकसभा में 9 विधानसभा क्षेत्र है। करनाल में 5 और पानीपत 4 विधानसभा आती है।
करनाल में नीलोखेड़ी, इंद्री, करनाल, घरौंडा और असंध शामिल है, जबकि पानीपत में पानीपत शहरी, पानीपत ग्रामीण, समालखा और इसराना है। 2019 में भाजपा ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था और कांग्रेस की स्थिति उस वक्त बेहद कमजोर नजर आई थी।