इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्विद्यालय(इग्नू), क्षेत्रीय केंद्र करनाल के क्षेत्रीय निदेशक डा धर्म पाल ने जानकारी देते हुए बताया की इग्नू हरियाणा की विभिन्न जेलों में बंद कैदियों को उच्च शिक्षा से जोडक़र उनमे शिक्षा की अलख जगाने का काम कर रही है जो कैदी 12वीं कक्षा पास कर चुके हैं और उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं।
उनके लिए जेलों में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) द्वारा अध्ययन केंद्र स्थापित किए गए हैं अगर कोई बंदी जो स्नातक या किसी अन्य उच्च पाठ्यक्रम का अध्ययन कर रहा है तो जेल में उसके कार्यकाल के दौरान उसकी पढ़ाई और परीक्षा की व्यवस्था इग्नू द्वारा निशुल्क की जाती है।
उन्होंने बताया कि बंदी अपने जीवन के अंधेरे को शिक्षा की रोशनी से दूर करने प्रयास कर रहे हैं। अपराधियों के भविष्य को संवारने के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के तहत शिक्षा कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
इसका उद्देश्य यह है कि अपराधी जेल में बिताए समय का सदुपयोग कर सकें। पिछले तीन वर्षों में हरियाणा की विभिन्न जेलों में अभी तक कुल 792 बंदियों द्वारा सफलतापूर्वक उच्च शिक्षा प्राप्त करने की तरफ अपने कदम बढ़ाये हैं।
उन्होंने बताया कि जेल में बंदियों को शिक्षित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। विभिन्न पाठ्यक्रमों में सैकड़ों बंदियों ने प्रवेश लिया है, जो अब शिक्षित होकर समाज की मुख्य धारा से जुड़ पाएंगे ।
बंदी जेल में रहकर अन्य बंदियों को अध्ययन करने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं। बंदियों को शिक्षित होने के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि वे सजा भुगतने के बाद यहां से जाकर अपने भविष्य को संवार सकें।