November 23, 2024

राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग हरियाणा के सचिव एस नारायणन (आईएफएस) ने कहा कि बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर में एक-एक प्रशिक्षणार्थी को गंभीरता के साथ प्रशिक्षण ग्रहण करना है।

यह प्रशिक्षण शिविर कर्मचारियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां से प्रशिक्षण ग्रहण करने के उपरांत कहीं पर भी आने वाली आपदा में किसी की जान को बचाया जा सकता है। अहम पहलू यह है कि गत्त वर्ष प्रदेश में बाढ़ के कारण लगभग 47 लोगों ने अपनी जान गवाई। इसलिए इस प्रशिक्षण शिविर की अहमियत को समझने की जरुरत है।

सचिव एस नारायणन सोमवार को राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग हरियाणा व जिला प्रशासन के तत्त्वाधान में ब्रहमसरोवर पर आयोजित 6 दिवसीय राज्यस्तरीय बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर के उदघाटन अवसर पर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए प्रतिभागी प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे।

इससे पहले सचिव एस नारायणन, उपायुक्त शांतनु शर्मा, एडीसी डा. वैशाली शर्मा, एसडीएम सुरेंद्र पाल, जिला राजस्व अधिकारी विकास सिंहरोहा ने ब्रहमसरोवर में नौकाओं को हरी झंडी देकर व दीप प्रजवलित कर विधिवत रूप से 15 से 20 अप्रैल 2024 तक चलने वाले राज्य स्तरीय बाढ़ राहत प्रशिक्षण शिविर का उदघाटन किया।

प्रदेश भर से आए करीब 150 प्रशिक्षणार्थियों को अपना संदेश देते हुए सचिव ने कहा कि इस राज्यस्तरीय प्रशिक्षण शिविर में हर वर्ष प्रशिक्षण लेने वाले प्रशिक्षणार्थियों को फिर से तरोताजा करने के लिए मास्टर ट्रेनर्ज को आमंत्रित किया गया है।

उन्होंने कहा इस शिविर में विभिन्न विभागों के कर्मचारी सामान्य डयूटी से हटकर आपातकालीन स्थिति में लोगों की रक्षा करने के लिए प्रशिक्षण लेने के लिए आए हैं। यहां पर सभी कर्मचारी अपने आप दिली तमन्ना से समाजसेवा के लक्ष्य को जहन में रखकर पहुंचे हैं। इन कर्मचारियों के जज्बे को लफ्जों में ब्यान नहीं किया जा सकता।

उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारी अपने नजरिए को और आगे बढ़ाएं तो समाज उनको उतना ही बड़ा दिखाई देगा। समाज में अनेकों ऐसी कुरीतियां या समस्याएं नजर आएंगी, जिनका समाधान करके आत्म संतुष्टि की अनुभूति होगी।

सभी को इस प्रशिक्षण शिविर में पूरी मेहनत, लग्न, ईमानदारी के साथ प्रशिक्षण लेना है और प्रशिक्षण लेने के उपरांत आपातकालीन स्थिति में अपने दायित्व का निर्वाह करना है। आपदा के समय किसी का जीवन बचाना समाज की सबसे बड़ी सेवा है।

इस बड़ी सेवा के लिए विभाग की तरफ से प्रशिक्षाणार्थियों को बाढ़ के समय घरेलू समान का प्रयोग कर लोगों की जान बचाने के तौर तरीकों की बारीकियों से अवगत करवाया जा रहा है।

उपायुक्त शांतनु शर्मा ने मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि आपातकालीन परिस्थितियों में दूसरों के जीवन की रक्षा करने का लक्ष्य प्रशिक्षणार्थियों के जहन में हमेशा रहना चाहिए। इस कार्य को पूरे जोश और जनून के साथ करने की जरुरत है तभी दूसरों के जीवन को बचाने के लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकेगा।

दूसरों का जीवन बचाकर जहां आत्म संतुष्टि मिलेगी, वहीं प्रशिक्षण शिविर में दिए गए प्रशिक्षण का मकसद भी पूरा होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने वाले सभी प्रशिक्षणार्थी हौसलों के साथ आपातकालीन स्थिति में सेवा करने का काम करते हैं। अपनी जान जोखिम में डालकर दूसरों के जीवन की रक्षा करते हैं।

इस प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षणार्थियों की क्षमता में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन को अपेक्षा है कि यह प्रशिक्षण शिविर प्रशिक्षणार्थियों के लिए सहायक सिद्ध हो। प्रशासन द्वारा सभी प्रकार के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पिछले वर्ष कुरुक्षेत्र में बाढ़ राहत कार्यों में कर्मचारियों ने पूरी मेहनत और लग्न के साथ कार्य करके पीडि़त लोगों की मदद करने का काम किया।

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