हरियाणा के पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री तथा अम्बाला छावनी के विधायक श्री अनिल विज ने कहा कि जो कांग्रेस पार्टी अनुच्छेद 370 को 371 कहती हो, ऐसी पार्टी को इस देश से वोट मांगने का अधिकार नहीं है।
श्री विज ने आज एक्स पर पोस्ट किया कि “जिस कांग्रेस पार्टी का हीरो राहुल गांधी स्टोव में कोयले डालकर चाय बनाने की बात करता हो और जिसका राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड्गे धारा 370 को 371 कहता हो, जिस धारा को हटाने के लिए हम सब ने धड़ की बाजी लगाई हो, उस पार्टी को वोट मांगने का अधिकार नहीं है”।
वहीं, पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि अनुच्छेद 370 के लिए एक-एक हिंदुस्तानी ने कई वर्षों तक संघर्ष कर इसे खत्म करने का प्रयास किया और नरेंद्र मोदी ने आकर इसको तोड़ा।
इसकी वजह से आज कश्मीर में खुशहाली आई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष अनुच्छेद 370 को 371 कहता है और ऐसी पार्टी को इस देश से वोट मांगने का अधिकार बिल्कुल भी नहीं है।
आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन करना कोर्ट के आदेशों की अवमानना : विज
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी द्वारा उपवास रखने पर पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि केजरीवाल अगर आज जेल के अंदर है तो वह इसलिए है कि माननीय अदालत ने उन्हें जमानत देना उचित नहीं समझा, अगर यह उस निर्णय के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं तो यह कोर्ट की अवमानना है।
वहीं, आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता जैस्मिन शाह के बयान कि भाजपा ने महात्मा गांधी जी के तीन बंदरों की तरह ईडी का हाल कर दिया है, पर पलटवार करते हुए पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि आम आदमी पार्टी को सोते-जागते ईडी नजर आती है क्योंकि यह आप पार्टी नहीं, यह पाप पार्टी है।
इन्होंने इतने पाप किए है कि इन्हें हर समय डर लगता है। जिसने गलत काम नहीं किया उसे सीबीआई, इनकम टैक्स या ईडी से क्या लेना। इन्होंने गलत काम किए है और इसलिए यह हर समय यही बात करते हैं, इन्हें और कोई बात समझ नहीं आ रही है।
भगवत मान को संविधान को रौंदने वाली कांग्रेस पार्टी नजर नहीं आती, कांग्रेस के साथ वो आजकल गलबहियां पा रहे हैं : विज
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बयान कि संविधान खतरे में है और अब तानाशाही के खिलाफ संदेश देने की जरूरत है, पर पूर्व मंत्री अनिल विज ने पलटवार करते हुए कहा कि संविधान जितना मजबूत भाजपा के शासन में हुआ, उतना अब से पहले कभी नहीं था।
कांग्रेस शासन के समय चुनी हुई सरकारों को 356 लगाकर तोड़ दिया जाता था। इनकी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने संविधान को रौंदकर इमरजेंसी लगाई और लाखों लोगों को झूठे केस बनाकर जेल में डाला।
प्रजातंत्र के चौथे स्तम्भ पर सेंसरशिप लगाई। मगर अफसोस की बात यह है भगवंत मान को संविधान को रौंदने वाली कांग्रेस पार्टी नजर नहीं आती, कांग्रेस के साथ वो आजकल गलबहियां पा रहे हैं, उसके लिए वह कुछ नहीं कहना चाहते।