जिला पुलिस करनाल द्वारा लोगों के साथ साइबर अपराधियों द्वारा किए जाने वाले विभिन्न प्रवृति के साइबर अपराधों से लोगों को बचाने व लोगों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर स्कूल, कॉलेज और कामकाजी लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया जाता रहा है।
अधिक से अधिक लोगों को साइबर अपराधों के बारे मे जानकारी देकर उनको संभावित साइबर अपराध से बचाने के लिए जिला पुलिस द्वारा साइबर अपराध जागरूकता अभियान चलाया जाता है।
साइबर जागरूकता अभियान की इस कड़ी में आज साइबर अपराध थाना की टीम द्वारा बस स्टैंड करनाल पर साइबर राहीगिरी के तहत लोगों को साइबर अपराधों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई व साइबर अपराध होने से कैसे बचा जाए, के बारे में जरूरी जानकारी व बरती जाने वाली सावधानियों से अवगत करवाया गया। इस दौरान प्रबंधक थाना साइबर निरीक्षक राजीव मिगलानी के नेतृत्व में साइबर अपराध थाना की टीम से मुख्य सिपाही विनोद, मुख्य सिपाही सत्यवान, सिपाही मंदीप और लवकेश व करीब 150 युवक और युवतियां मौजूद रहे ।
इस सैमिनार में लोगों को बताया गया कि कैसे साइबर ठग लोगों के साथ ठगी करने के अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं। जिसके कारण लोग आर्थिक ठगी के साथ मानसिक तौर पर भी परेशान रहते हैं। इंटरनेट की दुनिया में व सोशल मीडिया साईट्स पर हमारी छोटी सी गलती कैसे हमारे लिए आर्थिक तौर व मानसिक तौर पर हानिकारक साबित होती है।
आमजन को बताया गया कि इंटरनेट प्रयोग करते समय हमें हमेशा सुरक्षित वेबसाईटों पर ही विजिट करनी चाहिए। अपने सोशल मीडिया खातों को एक मजबूत पासवर्ड लगाकर सुरक्षित रखना चाहिए। और उन पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहना चाहिए। अपनी कोई भी फोटो या विडियों इंटरनेट पर शेयर नही करनी चाहिए।
किसी अंजान व्यक्ति के साथ फोन कॉल या वीडियो कॉल करने से परहेज करना चाहिए और सोशल मीडिया पर किसी अंजान व्यक्ति के पास ना तो फ्रेंड्स रिक्वेस्ट भेजनी चाहिए और ना ही किसी अंजान व्यक्ति की फ्रेंड्स रिक्वेस्ट असेप्ट करनी चाहिए। किसी भी तरह का ओटीपी नम्बर हमें किसी के साथ सांझा नही करना चाहिए।
सोशल साईट्स पर प्रचलित प्रलोभन देने वाले संदेशों के झांसे में नही आना चाहिए। इस प्रकार की उपयोगी जानकारी हम अपने पारिवारिक सदस्यों, परिचितों व सगे संबंधियों के साथ सांझा करके उनके साथ होने वाले साइबर अपराध से उनको बचा सकते हैं। इस प्रकार की छोटी-छोटी सावधानियां बरतकर हम एक संभावित बडा साइबर अपराध होने से बच सकते हैं।
इसके अलावा सभी लोगों को बताया गया कि अगर कभी भी आपके आस-पास आपके किसी जानकार के साथ साइबर ठगी हो जाती है तो तुरंत डॉयल 1930 व राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पाेटिंग पोर्टल की वेबसाईट www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करे और वित्तीय हानि होने से बचे।