हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली ने कहा कि कभी हमने सोचा भी नही था कि गांव में भी ऐसा विकास होगा, प्रदेश का ग्रामीण क्षेत्र अब शहरों की तर्ज पर बदल रहा है। पहले की सरकारों में वोट मैनेजमैंट के लिए पैसा दिया जाता था परंतु अब विकास के लिए पैसा दिया जा रहा है।
बबली शुक्रवार को जिला सचिवालय के सभागार में जिला स्तरीय कमेटी की समीक्षा के उपरांत मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश के विकास £ेके लिए गांव में विकास को जरूरी समझा है।
जब गांव में विकास होगा तो देश भी विकासशील होगा। इसके लिए हरियाणा सरकार द्वारा 9 सूत्री कार्यक्रम आयोजित किए है। उन्होंने कहा कि 4000 बिल्डिगों पर काम के लिए चयनित किया गया था जिनमें से 2900 पर या तो काम पूरा हो गया है और कुछ शेष है। ग्रामीण क्षेत्र में 1200 लाईबे्ररियां बनाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि गांवों में महिला संस्कृति भवन, गांवों के तालाबों का सुधारीकरण किया जा रहा है। अब तक चयनित 3900 में से 2500 तालाबों पर काम चल रहा है, अधिकतर पर काम भी पूरा हो गया है।
उन्होंने कहा कि अब गांव की फिरनी पर एलईडी लगाई जा रही है। शिवधामों पर जरूरी सुविधाएं सरकार द्वारा मुहैया करवाई गई। गांव में शहर की तर्ज पर करीब 1000 पार्क बनाए गए। गांव में हरियाली योजना चलाई गई जिससे अधिक से अधिक खाली जमीन पर पौधे लगाए गए। हर घर में सरकार द्वारा पीने का पानी मुहैया करवाया गया।
मंत्री ने मीडिया कर्मियों को कहा कि पहले गांव में विकास के लिए बिचौलियों की जरूरत पड़ती थी, अब सरपंच, ब्लॉक समिति, जिला परिषद के अध्यक्ष व सदस्य आपसी सहमति से अपने क्षेत्र में विकास कार्य करवा रहे है।
पहले कोई भी जन प्रतिनिधि गांव में हो रहे विकास कार्य की सुध नहीं लेता था, अब पंचायत मंत्री खुद पंचायती राज के सदस्यों व अधिकारियों से जानकारी लेने पंहुच रहे है।